बरेली में 'आई लव मोहम्मद' विवाद: पुलिस ने की कड़ी कार्रवाई, मौलाना तौकीर रजा गिरफ्तार
बरेली में हिंसा पर पुलिस की सख्त कार्रवाई
बरेली में 'आई लव मोहम्मद' विवाद के चलते जुमे की नमाज के दौरान हुई हिंसा के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है। इस मामले में 10 व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। स्थिति को कुछ घंटों में नियंत्रित कर लिया गया। अफवाहों और सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाओं को भी अस्थायी रूप से बंद किया गया। इस हिंसा के मुख्य आरोपी मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें पुलिस ने इस घटना का मास्टरमाइंड माना है.
जांच की प्रक्रिया जारी
पुलिस ने बताया कि तौकीर रजा की गिरफ्तारी के बाद इंटरनेट सेवाओं को सावधानी के तहत धीमा किया गया। जांच में व्हाट्सएप चैट, सोशल मीडिया पोस्ट, कॉल डिटेल्स, हथियार और सीसीटीवी फुटेज जैसे सबूत मिले हैं, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। बरेली रेंज के डीआईजी अजय कुमार साहनी ने कहा कि स्थिति अब सामान्य है। अब तक 39 व्यक्तियों की पहचान की जा चुकी है और तौकीर रजा को मुख्य साजिशकर्ता के रूप में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
हिंसा की योजना पूर्व निर्धारित थी
पुलिस का कहना है कि यह हिंसा पूर्व नियोजित थी। लोगों को इकट्ठा करने और योजना साझा करने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग किया गया था, और कुछ बाहरी लोग भी इस घटना में शामिल थे। प्रशासन ने समय रहते स्थिति को नियंत्रित किया और पथराव, फायरिंग और हथियारों के सबूत इकट्ठा किए। तौकीर रजा को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने वीडियो जारी कर भीड़ को इकट्ठा करने के लिए प्रेरित किया.
एसआईटी की जांच और सुरक्षा के इंतजाम
एसआईटी की टीम इस मामले की गहन जांच कर रही है। तौकीर रजा को पुलिस रिमांड पर लेकर विस्तृत पूछताछ की जाएगी। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि हिंसा फैलाने वालों और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.