बर्धमान रेलवे स्टेशन पर भगदड़: तीन ट्रेनों के खड़े होने से मची अफरा-तफरी
घटना का विवरण
रविवार शाम को पश्चिम बंगाल के बर्धमान रेलवे स्टेशन पर एक गंभीर घटना घटी, जब प्लेटफॉर्म पर एक साथ तीन ट्रेनें खड़ी हो गईं। इस स्थिति के कारण यात्रियों की भारी भीड़ अनियंत्रित हो गई, जिससे भगदड़ मच गई। इस हादसे में 10 से 12 लोग घायल हुए, जिनमें महिलाएं और पुरुष दोनों शामिल हैं। गंभीर रूप से घायल छह व्यक्तियों को बर्धमान मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
हादसे का कारण
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह घटना तब हुई जब प्लेटफॉर्म नंबर 4, 6 और 7 पर एक साथ तीन ट्रेनें आकर रुक गईं। यात्रियों ने ट्रेन पकड़ने के लिए फुट ओवरब्रिज की ओर दौड़ लगाई, लेकिन प्लेटफॉर्म नंबर 4 और 6 को जोड़ने वाली सीढ़ियां संकरी थीं। भीड़ बढ़ने से यात्रियों का संतुलन बिगड़ गया, जिससे कुछ लोग गिर पड़े और पीछे से आ रही भीड़ ने भगदड़ का रूप ले लिया।
दहशत का माहौल
जैसे ही यात्रियों को एहसास हुआ कि वे सीढ़ियों पर फंस गए हैं, दहशत फैल गई। लोग जान बचाने के लिए एक-दूसरे को धक्का देने लगे, जिससे कई यात्री गिर पड़े और पीछे से आ रही भीड़ ने उन्हें रौंद दिया। इस स्थिति ने स्टेशन का माहौल पूरी तरह से अनियंत्रित कर दिया। कई यात्रियों ने रेल अधिकारियों और सुरक्षा व्यवस्था की कमी पर सवाल उठाए।
घायलों की मदद
रेलवे प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बचाव दल को भेजा। घायलों को भीड़ से निकालकर बर्धमान मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंचाया गया। राहत कार्य में रेलवे पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने भी सहयोग किया। अस्पताल के सूत्रों के अनुसार, घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया और गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को विशेष निगरानी में रखा गया।
जांच की प्रक्रिया
रेलवे अधिकारियों ने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, भीड़ प्रबंधन में खामियों और प्लेटफॉर्म पर एक साथ कई ट्रेनों के आने को हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि जांच में यह पता लगाया जाएगा कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा और गार्ड क्यों नहीं मौजूद थे।
यात्रियों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद स्टेशन पर मौजूद यात्रियों ने अपनी नाराज़गी व्यक्त की। उनका कहना था कि छुट्टी के दिन भीड़ का अनुमान पहले से था, लेकिन इसके बावजूद न तो पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई और न ही भीड़ को संभालने के लिए कोई विशेष कदम उठाए गए। कई यात्रियों ने आरोप लगाया कि स्टेशन पर घोषणाएं भी समय पर नहीं हुईं, जिससे लोगों में और घबराहट फैल गई।