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बलूच नेता का ट्रंप को स्पष्ट जवाब: तेल भंडार बलूचिस्तान के हैं, पाकिस्तान के नहीं

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान में विशाल तेल भंडारों की बात की, जिस पर बलूच नेता मीर यार बलूच ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि ये भंडार बलूचिस्तान के हैं, न कि पाकिस्तान के। बलूच ने ट्रंप को चेतावनी दी कि पाकिस्तानी सेना और ISI को इन संसाधनों तक पहुंच देना एक गंभीर गलती होगी। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से बलूच लोगों की आजादी के लिए समर्थन की अपील की।
 

ट्रंप के दावे पर बलूच नेता की प्रतिक्रिया

बलूच नेता का ट्रंप को स्पष्ट जवाब: हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान में 'विशाल तेल भंडारों' की मौजूदगी का उल्लेख किया था। उन्होंने इस संदर्भ में अमेरिका और पाकिस्तान के बीच सहयोग की बात भी की। लेकिन बलूच नेता मीर यार बलूच ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने ट्रंप को स्पष्ट रूप से बताया कि इस क्षेत्र में पाए जाने वाले तेल और खनिज भंडार वास्तव में 'रिपब्लिक ऑफ बलूचिस्तान' के हैं, न कि पाकिस्तान के। इसके साथ ही, उन्होंने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर पर ट्रंप को गुमराह करने का आरोप लगाया।


मीर यार बलूच ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्रंप के दावे को 'बड़ी गलतफहमी' करार दिया। ट्रंप ने एक पोस्ट में लिखा था कि अमेरिका और पाकिस्तान ने एक समझौता किया है जिसके तहत वे पाकिस्तान में 'विशाल तेल भंडारों' का विकास करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि 'एक दिन पाकिस्तान भारत को तेल बेच सकता है।' हालांकि, इस घोषणा से कुछ घंटे पहले ट्रंप ने भारत पर 25% टैरिफ लगाने की बात भी की थी।


बलूच नेता की चेतावनी

मीर यार बलूच ने ट्रंप को चेतावनी दी कि, 'आपका यह मानना सही है कि इस क्षेत्र में विशाल तेल और खनिज भंडार हैं, लेकिन आपको यह बताना जरूरी है कि पाकिस्तानी सेना, खासकर जनरल आसिम मुनीर और उनकी कूटनीतिक मशीनरी ने आपको गंभीर रूप से गुमराह किया है।' उन्होंने कहा कि तेल, प्राकृतिक गैस, तांबा, लिथियम, यूरेनियम और रेयर अर्थ मिनरल्स जैसे खनिज भंडार बलूचिस्तान में हैं, जो पाकिस्तान का हिस्सा नहीं है, बल्कि एक स्वतंत्र रिपब्लिक है, जिस पर पाकिस्तान ने 1948 में अवैध कब्जा किया था।


उन्होंने आगे कहा, 'पाकिस्तानी सेना और उसकी एजेंसी ISI को बलूचिस्तान के ट्रिलियन डॉलर मूल्य के संसाधनों तक पहुंच देना एक बड़ी गलती होगी। इससे ISI की वित्तीय और ऑपरेशनल क्षमता बढ़ेगी, जिससे आतंकवादी नेटवर्क फैलाने की संभावना भी बढ़ जाएगी।' मीर यार बलूच ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेषकर अमेरिका से अपील की कि वे इन सच्चाइयों को समझें और बलूच लोगों की आजादी और उनकी संपत्ति पर नियंत्रण के लिए चल रही लड़ाई का समर्थन करें।