बलूचिस्तान के नेता ने ट्रंप को चेताया, पाकिस्तान के दावों को किया खारिज
ट्रंप को बलूचिस्तान का संदेश
नई दिल्ली। बलूचिस्तान के प्रमुख नेता मीर यार बलोच ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक खुला पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। पत्र में बलोच ने कहा कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर और इस्लामाबाद के अधिकारी अमेरिका को यह गलत जानकारी दे रहे हैं कि तेल, गैस, तांबा, लिथियम, यूरेनियम और अन्य दुर्लभ खनिज पाकिस्तान की संपत्ति हैं। बलोच ने स्पष्ट किया कि ये सभी खनिज बलूचिस्तान में स्थित हैं, जो एक ऐतिहासिक रूप से स्वतंत्र राष्ट्र है, जिसे पाकिस्तान ने अवैध रूप से अपने कब्जे में ले रखा है।
पत्र में बलोच ने यह भी कहा कि अमेरिका को पाकिस्तान ने गुमराह किया है। उन्होंने कहा कि यह सही है कि इस क्षेत्र में विशाल तेल और खनिज भंडार हैं, लेकिन ये पाकिस्तान के नहीं, बलूचिस्तान के हैं। बलोच ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान जानबूझकर बलूचिस्तान की संपत्ति का राजनीतिक और आर्थिक लाभ उठाने के लिए इसे अपना बता रहा है।
आतंकवाद को मिलेगा फायदा
बलोच नेता ने अमेरिका को चेतावनी दी कि यदि पाकिस्तान को इन संसाधनों तक पहुंच दी गई, तो इसका सीधा लाभ पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को होगा। इससे आतंकवादी नेटवर्क को नई ताकत मिलेगी और वे 9/11 जैसे बड़े हमलों की योजना बना सकते हैं। पाकिस्तान को संसाधनों का लाभ देना आईएसआई को और मजबूत बनाना होगा, जो पहले से ही वैश्विक आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है।
बलूचिस्तान की संप्रभुता का बचाव
बलूच नेता ने स्पष्ट रूप से कहा कि बलूचिस्तान की भूमि और संसाधनों पर किसी भी विदेशी शक्ति का अधिकार नहीं है। हम पाकिस्तान, चीन या किसी अन्य देश को बलूचिस्तान की संपत्ति लूटने की अनुमति नहीं देंगे। हमारी संप्रभुता किसी भी सौदे का विषय नहीं है।
पाकिस्तान और अमेरिका के ऊर्जा सौदे पर उठे सवाल
यह विवाद तब शुरू हुआ जब ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर घोषणा की कि अमेरिका और पाकिस्तान मिलकर तेल भंडारों को विकसित करेंगे। ट्रंप ने लिखा कि हम एक तेल कंपनी का चयन करने की प्रक्रिया में हैं जो इस साझेदारी का नेतृत्व करेगी। वहीं, पाकिस्तान की सबसे बड़ी रिफाइनरी ने भी पुष्टि की है कि उसने अमेरिकी तेल की एक बड़ी डील वीटोल कंपनी के साथ फाइनल की है। रिफाइनरी के उपाध्यक्ष उसामा कुरैशी ने रॉयटर्स को बताया कि कंपनी 10 लाख बैरल अमेरिकी कच्चा तेल आयात करेगी।