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बवासीर की बढ़ती समस्या: खान-पान और जीवनशैली का प्रभाव

बवासीर की समस्या तेजी से बढ़ रही है, खासकर पुरुषों में। खान-पान और जीवनशैली के कारण यह बीमारी अधिक देखी जा रही है। जिला नागरिक अस्पताल में बवासीर के मरीजों की संख्या में तीन गुना वृद्धि हुई है। जानें इसके लक्षण, कारण और उपाय, ताकि आप इस समस्या से बच सकें। गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
 

पानीपत में बवासीर के मामलों में वृद्धि

पानीपत (बवासीर)। बदलती जीवनशैली और खान-पान के कारण बवासीर जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। पुरुषों में यह समस्या महिलाओं की तुलना में अधिक देखी जा रही है। इसका मुख्य कारण तला हुआ और मसालेदार भोजन, साथ ही लंबे समय तक एक ही स्थान पर बैठना है। वहीं, गर्भवती महिलाओं में यह समस्या अधिकतर गर्भावस्था के दौरान उत्पन्न होती है।


जिला नागरिक अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन बवासीर के 15 से 20 मरीज आ रहे हैं। एक से दो साल पहले, यहां बवासीर के केवल चार से छह मरीज ही आते थे। अब यह संख्या तीन गुना बढ़ गई है, जिसमें अधिकांश पुरुष शामिल हैं। धूम्रपान, शराब और मसालेदार भोजन का अधिक सेवन इस समस्या का मुख्य कारण बन रहा है।


लोगों का फोन लेकर अनावश्यक रूप से लंबे समय तक बैठे रहना या काम के दौरान एक ही स्थिति में रहना भी इस बीमारी का कारण बन रहा है। गर्भवती महिलाओं को इस दौरान अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि उनके शरीर का भार नीचे की ओर होता है। ऐसे में मसालेदार भोजन से बचना और हरी सब्जियों का अधिक सेवन करना चाहिए।


बवासीर के लक्षण और कारण

बवासीर: लक्षण


शौच करते समय रक्तस्राव होना


बवासीर के कारण


– मसालेदार और तला हुआ भोजन
– शौच के दौरान अधिक समय तक बैठना
– कब्ज होना
– धूम्रपान और शराब का सेवन


बवासीर के उपाय

उपाय


– कब्ज से बचें।
– हरी सब्जियों का अधिक सेवन करें।
– शौचालय में अधिक समय न बिताएं।


जिला नागरिक अस्पताल पानीपत के सर्जन डॉ. दिनेश का कहना है कि लोगों का खान-पान उन्हें बीमार बना रहा है। मसालेदार और तला हुआ भोजन छोड़कर हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए और नियमित रूप से चिकित्सक से जांच करानी चाहिए।