बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन
खालिदा जिया का अंतिम संस्कार
बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री, खालिदा जिया, का निधन 30 दिसंबर 2025 को हुआ। वह लंबे समय से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थीं और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उनका अंतिम संस्कार ढाका के शेर-ए-बांग्ला नगर में उनके पति, पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान के पास किया जाएगा, जहां नमाज-ए-जनाजा के बाद उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों की उपस्थिति
खालिदा जिया के जनाजे में कई देशों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। पार्टी के महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने बताया कि बैतुल मुकर्रम नेशनल मस्जिद के खतीब जनाजे का नेतृत्व करेंगे। बीएनपी स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य नजरुल इस्लाम खान इस कार्यक्रम का संचालन करेंगे।
दुख की घड़ी में एकजुटता
उन्होंने सभी उपस्थित लोगों से जनाजे और दफनाने के दौरान अनुशासन बनाए रखने की अपील की। बीएनपी नेता ने यह भी कहा कि सभी को दुआ करनी चाहिए कि अल्लाह जिया परिवार, विशेषकर उनके बेटे और पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान को इस कठिन समय में सहनशक्ति प्रदान करे।
नेपाल और भारत के प्रतिनिधियों की भागीदारी
बांग्लादेश के बीएसएस मीडिया के अनुसार, नेपाल के विदेश मंत्री बाला नंद शर्मा खालिदा जिया के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए ढाका पहुंचेंगे। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने बताया कि यह यात्रा दिवंगत नेता के योगदान के प्रति सम्मान को दर्शाती है। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे।
अंतिम यात्रा की तैयारी
यूएनबी मीडिया के अनुसार, खालिदा जिया का पार्थिव शरीर बुधवार सुबह एवरकेयर अस्पताल से तारिक रहमान के घर ले जाया गया। उनका शव लाल और हरे रंग के राष्ट्रीय ध्वज में लिपटा हुआ था। शव को अस्पताल की मॉर्चरी में रात भर रखा गया था। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की तैनाती की गई है।
स्वास्थ्य समस्याओं के कारण निधन
खालिदा जिया को 23 नवंबर को एवरकेयर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां वह फेफड़ों और हृदय के संक्रमण से जूझ रही थीं। उन्हें बेहतर इलाज के लिए विदेश भेजने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी स्थिति इतनी गंभीर थी कि यह संभव नहीं हो सका। एक महीने से अधिक समय तक इलाज के बाद, उनका निधन 30 दिसंबर को सुबह करीब 6:00 बजे हुआ।