बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन: ढाका में सेना तैनात
बांग्लादेश में हालात बिगड़े, उस्मान हादी की मौत के बाद शुरू हुआ विरोध
बांग्लादेश में हालात एक बार फिर से गंभीर हो गए हैं। देशभर में हिंसा और विरोध प्रदर्शन की लहर चल रही है। प्रदर्शनकारी सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि ढाका में सेना को तैनात किया गया है। यह सब उस्मान हादी की मौत के बाद शुरू हुआ, जिन्हें कुछ दिन पहले गोली मारी गई थी।
हादी को गोली लगने के बाद से वेंटिलेटर पर रखा गया था और हाल ही में उनकी सिंगापुर के अस्पताल में मृत्यु हो गई। उनकी मौत की खबर फैलते ही देशभर में शोक और आक्रोश की लहर दौड़ गई। अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया और दोषियों को जल्द पकड़ने का आश्वासन दिया।
प्रदर्शनकारियों ने मीडिया दफ्तरों पर किया हमला
हादी की मौत के बाद स्थिति और भी बिगड़ गई। ढाका विश्वविद्यालय में छात्र संगठन जातीय छात्र शक्ति ने शोक मार्च निकाला और गृह सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी का पुतला जलाया। उन पर हमलावरों को पकड़ने में विफल रहने का आरोप लगाया गया। इसी दौरान, राजधानी में बंगाली अखबार प्रोथोम आलो के दफ्तर पर भीड़ ने हमला किया, जिससे कई मंजिलों में तोड़फोड़ और आगजनी हुई।
सरकार ने शुरू किया ऑपरेशन डेविल हंट-2
बढ़ते तनाव को देखते हुए सरकार ने देशभर में कड़ी सुरक्षा लागू की है और ऑपरेशन डेविल हंट-2 की शुरुआत की है। कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति के बीच, सरकार ने चुनाव उम्मीदवारों और प्रमुख राजनीतिक व्यक्तियों को हथियार लाइसेंस देने की प्रक्रिया को भी सरल बनाया है। हादी की मौत ने बांग्लादेश को फिर से उथल-पुथल में डाल दिया है। अब सभी की नजर इस बात पर है कि सरकार हत्यारों को कितनी जल्दी पकड़ पाती है और क्या स्थिति को नियंत्रित किया जा सकेगा।