बागपत में नाबालिग छात्रा के गुस्से से मासूम की मौत, पुलिस ने की कार्रवाई
घटना का विवरण
बागपत। गुस्सा एक सामान्य मानवीय भावना है, लेकिन कभी-कभी यह गंभीर परिणाम भी ला सकता है। हाल ही में, एक नाबालिग छात्रा के गुस्से के कारण एक छोटे बच्चे की जान चली गई। इस घटना में, छात्रा ने बच्चे को बेड में बंद कर दिया, जिससे उसकी दम घुटने से मृत्यु हो गई। पुलिस ने छात्रा को बाल सुधार गृह में भेज दिया है। 15 वर्षीय छात्रा ने मौलवी से पिटाई का बदला लेने के लिए यह कदम उठाया। रविवार की सुबह, मौलवी को अपने बच्चे का पता नहीं चला।
इसके बाद, उन्होंने आस-पास बच्चे की खोज शुरू की। इस दौरान, मदरसे के अन्य बच्चों ने मौलवी को बताया कि उनका बच्चा बेड में बंद है।
मौली ने तुरंत बच्चे को बेड से बाहर निकाला और उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज में रिकॉर्ड किया गया है, जिसके आधार पर पुलिस ने छात्रा को हिरासत में लिया है। हालांकि, पुलिस ने फुटेज को सार्वजनिक नहीं किया है।
यह भी उल्लेखनीय है कि मौलवी शहजाद अपने बच्चे को सोने के लिए अक्सर मदरसे की लड़कियों के पास सुलाते थे। शनिवार को भी उन्होंने बच्चे को वहीं सुलाया था। इसके बाद छात्रा ने बच्चे को उठाकर बेड में बंद कर दिया। बच्चे को मौलवी ने मुजफ्फरनगर निवासी रिश्तेदार अब्दुल रहमान से गोद लिया था। यह घटना टांडा गांव के मदरसे में हुई, जहां 40 लड़कियां पढ़ाई कर रही हैं।