बिक्रम मजीठिया की गिरफ्तारी: 540 करोड़ रुपए की ड्रग मनी का खुलासा
विशेष जांच टीम की कार्रवाई
चंडीगढ़ - पंजाब स्टेट क्राइम पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर नंबर 02 की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) और विजीलेंस ब्यूरो ने बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ ड्रग मनी की बड़े पैमाने पर लॉन्डरिंग का खुलासा किया है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि इस मामले में 540 करोड़ रुपए से अधिक की ड्रग मनी का लेन-देन कई अवैध तरीकों से किया गया है। इसमें शामिल हैं:
- बिक्रम सिंह मजीठिया के नियंत्रण वाली कंपनियों के बैंक खातों में जमा 161 करोड़ रुपए की बेहिसाब नकदी,
- संदिग्ध विदेशी संस्थाओं द्वारा 141 करोड़ रुपए का लेन-देन,
- कंपनी के वित्तीय विवरणों में बिना किसी स्पष्टीकरण के 236 करोड़ रुपए की अधिक जमा राशि,
- बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा आय के किसी वैध स्रोत के बिना चल और अचल संपत्ति की प्राप्ति।
विजीलेंस ब्यूरो की जांच
विजीलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि एनडीपीएस एक्ट 1985 के तहत दर्ज एफआईआर नंबर 02 की जांच के आधार पर केस दर्ज किया गया है। इस जांच में बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा ड्रग मनी की लॉन्डरिंग के ठोस सबूत मिले हैं। एसआईटी की जांच से स्पष्ट होता है कि यह फंड बिक्रम सिंह मजीठिया के नियंत्रण वाली सराया इंडस्ट्रीज के खाते में जमा की गई ड्रग मनी से संबंधित हैं।
गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई
विजीलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने कहा कि अब तक 540 करोड़ रुपए की ड्रग मनी की अवैध तरीके से लॉन्डरिंग का पता चला है, जिसे बिक्रम सिंह मजीठिया ने तत्कालीन पंजाब सरकार में विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री के रूप में अपने पद का दुरुपयोग करके जमा किया।
प्रवक्ता ने यह भी बताया कि बिक्रम सिंह मजीठिया और उनकी पत्नी गिनीव कौर के नाम पर चल और अचल संपत्तियों में काफी विस्तार हुआ है, जिसके लिए कोई वैध आय का स्रोत प्रस्तुत नहीं किया गया है।
एसआईटी ने 22 व्यक्तियों के ठिकानों पर छापेमारी की और विजीलेंस ब्यूरो ने 3 स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें 30 से अधिक मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, 3 आईपैड, 2 डेस्कटॉप, कई डायरी और संपत्ति के दस्तावेज बरामद किए गए।
बिक्रम सिंह मजीठिया को विजीलेंस ब्यूरो द्वारा उचित प्रक्रिया के तहत गिरफ्तार किया गया है। इस मामले की जांच जारी है, जिसमें और गिरफ्तारियां और तलाशी की संभावनाएं हैं। प्रवक्ता ने कहा कि सभी एकत्रित सबूतों को न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।