बिग बॉस में एंट्री का झांसा: डॉक्टर ने ठगी की शिकायत दर्ज कराई
धोखाधड़ी का मामला
यह घटना 2022 में सामने आई, जब करण सिंह नामक एक व्यक्ति ने डॉक्टर अभिनीत गुप्ता से संपर्क किया। करण ने खुद को एक इवेंट डायरेक्टर बताते हुए टीवी प्रोडक्शन इंडस्ट्री में अपनी पहचान का दावा किया। उसने डॉ. गुप्ता को 'बिग बॉस' में प्रवेश दिलाने का आश्वासन दिया। डॉक्टर, जिन्हें अभिनय में रुचि थी, इस प्रस्ताव से प्रभावित हुए। प्रारंभिक बातचीत में 1 करोड़ रुपये की मांग की गई, लेकिन बाद में यह राशि 60 लाख रुपये पर तय हुई। डॉ. गुप्ता ने कथित तौर पर ₹10 लाख की अग्रिम राशि का भुगतान किया।इस मुलाकात के दौरान, करण ने डॉ. गुप्ता को एंडेमोल कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट हरीश शाह और एक अन्य निर्माता सोनू कुंतल से भी मिलवाया, जिससे मामले की विश्वसनीयता बढ़ गई।
जब 'बिग बॉस 16' के प्रतियोगियों की सूची जारी हुई, तो डॉ. गुप्ता का नाम उसमें नहीं था। करण ने कहा कि वह वाइल्ड कार्ड एंट्री के माध्यम से शो में शामिल होंगे। लेकिन जब सीजन समाप्त हो गया और डॉ. गुप्ता की एंट्री नहीं हुई, तो उन्होंने अपनी ₹10 लाख की राशि वापस मांगनी शुरू कर दी। करण सिंह ने टालमटोल करना शुरू कर दिया और अंततः फोन उठाना बंद कर दिया।
लगभग दो साल की देरी के बाद, डॉ. गुप्ता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उनके मामले को धोखाधड़ी (IPC की धारा 420) के तहत दर्ज किया गया है। डॉ. गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह चाहते हैं कि उनकी कहानी दूसरों के लिए एक चेतावनी बने, ताकि वे ऐसे घोटालों का शिकार न हों। उन्होंने लोगों से ऑनलाइन या अनौपचारिक माध्यमों से मिलने वाले ऐसे प्रस्तावों से सावधान रहने की अपील की है। यह घटना 'बिग बॉस' जैसे लोकप्रिय शो के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े और साइबर अपराधों की गंभीरता को उजागर करती है।