बिलावल भुट्टो का भारत को आतंकवाद पर सहयोग का प्रस्ताव
भारत-पाकिस्तान के बीच आतंकवाद पर चर्चा
भारत-पाकिस्तान पर आतंकवाद: पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी ने कहा है कि यदि भारत आतंकवाद के खिलाफ सहयोग करने की इच्छा दिखाता है, तो उनके देश को चिंताजनक व्यक्तियों को प्रत्यर्पित करने में कोई आपत्ति नहीं होगी।
बिलावल ने शुक्रवार को अल जजीरा के साथ बातचीत में लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद और जैश-ए-मुहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को भारत को प्रत्यर्पित करने के विषय में चर्चा की।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद पर व्यापक वार्ता के लिए तैयार है, बशर्ते भारत भी सहयोग करे। उन्होंने भारत पर आरोप लगाया कि वह सीमा पार आतंकवाद को रोकने में पाकिस्तान के साथ सहयोग नहीं कर रहा है।
भारत के सहयोग की आवश्यकता
बिलावल ने कहा कि भारत कुछ बुनियादी तत्वों का पालन करने से इनकार कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि भारत सबूत पेश करे और गवाहों को बुलाए। यदि भारत इस प्रक्रिया में सहयोग करने को तैयार है, तो चिंताजनक व्यक्तियों के प्रत्यर्पण में कोई बाधा नहीं आएगी।
मसूद अजहर का आतंकवाद में योगदान
मसूद अजहर, जो भारत में कई आतंकवादी हमलों से जुड़ा हुआ है, जैसे कि 2001 का संसद हमला और 26/11 का मुंबई हमला, को 2019 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित किया गया था।
बिलावल ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को अजहर के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है और यदि भारत विश्वसनीय सबूत प्रदान करता है कि वह पाकिस्तान में है, तो उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव
भारत ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान के साथ आगे की चर्चा केवल आतंकवाद और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर होगी। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में लश्कर से जुड़े आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में काफी तनाव आ गया है।