बिहार चुनाव से पहले वोटर लिस्ट विवाद पर केशव प्रसाद मौर्य की टिप्पणी
बिहार में वोटर लिस्ट पर सियासी घमासान
लखनऊ: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। इस संदर्भ में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची की जांच का आदेश राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को परेशान कर रहा है।
मौर्य ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि 'इंडी ठगबंधन' द्वारा बिहार बंद की घोषणा से यह स्पष्ट है कि विपक्ष की बेचैनी बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि 'चोर की दाढ़ी में तिनका' और 'चोर मचाए शोर' जैसी कहावतें इस समय पूरी तरह से सही साबित हो रही हैं। बिहार चुनाव में ठगबंधन को जनता का समर्थन नहीं मिल रहा है, और एनडीए की जीत निश्चित है।
उन्होंने आगे कहा कि चुनाव आयोग के आदेश से राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की नींद उड़ गई है। संविधान के खिलाफ गतिविधियों के जरिए बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान किया जा रहा है, जिसे बिहार की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। अफवाहों और दुष्प्रचार से अब कुछ हासिल नहीं होगा।
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण को लेकर राजनीतिक विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने मोर्चा खोला है। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में सत्ताधारी दल को घेरने का प्रयास किया है और अपने कार्यकर्ताओं को चुनाव में वोटर लिस्ट में किसी भी गड़बड़ी से बचने के लिए सचेत किया है।
बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य दो सप्ताह पहले शुरू हुआ था। इस पर विवाद सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है, जहां विपक्ष ने रोक लगाने की अपील की है। इस बीच, विपक्ष इस मुद्दे पर एकजुट हो रहा है। आज राजद ने बिहार में चक्का जाम की घोषणा की है, और विभिन्न जिलों में बंद समर्थक चक्का जाम कर रहे हैं।