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बिहार विधानसभा चुनाव 2023: नए सुधारों के साथ मतदान प्रक्रिया

बिहार विधानसभा चुनाव 2023 के लिए मतदान की तिथियाँ और चुनाव आयोग द्वारा लागू किए गए नए सुधारों की जानकारी दी गई है। चुनाव दो चरणों में होंगे, जिसमें पहले चरण का मतदान 6 नवंबर और दूसरे चरण का 11 नवंबर को होगा। मतों की गिनती 14 नवंबर को की जाएगी। इस बार चुनाव आयोग ने कई महत्वपूर्ण सुधारों की घोषणा की है, जैसे कि मतदाता सूची का शुद्धिकरण, बूथ स्तर पर अधिकारियों का प्रशिक्षण, और ईवीएम में उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें। जानें इन सुधारों के बारे में विस्तार से।
 

बिहार विधानसभा चुनाव की तिथियाँ

बिहार चुनाव: बिहार में 243 विधानसभा सीटों के लिए मतदान दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा। मतों की गिनती 14 नवंबर को की जाएगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि ये चुनाव विवादास्पद विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बाद हो रहे हैं, जो देश के अन्य हिस्सों के लिए मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण की दिशा में मार्गदर्शन करेंगे।


चुनाव आयोग के 17 नए सुधार

  • बूथ स्तर पर एजेंटों का प्रशिक्षण - राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त बूथ स्तर के एजेंटों को मतदाता सूची तैयार करने की प्रक्रिया में सहायता के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
  • बूथ स्तर के अधिकारियों का प्रशिक्षण - बिहार सहित पूरे देश के 7,000 से अधिक बूथ स्तर के अधिकारियों को नई दिल्ली में प्रशिक्षित किया गया है।
  • पुलिस अधिकारियों का प्रशिक्षण - चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए बिहार पुलिस के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए हैं।
  • बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण - मतदाता सूची का शुद्धिकरण सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं ताकि कोई भी योग्य मतदाता छूट न जाए।
  • अधिकारियों के पारिश्रमिक में वृद्धि - बीएलओ और पर्यवेक्षकों का पारिश्रमिक दोगुना किया गया है, साथ ही मतदान और मतगणना कर्मचारियों का पारिश्रमिक भी बढ़ाया गया है।
  • ईपीआईसी की निःशुल्क डिलीवरी - मतदाता सूची में अद्यतन के 15 दिनों के भीतर ईपीआईसी की डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए नई प्रक्रिया लागू की गई है।
  • बीएलओ के लिए फोटो पहचान पत्र - पारदर्शिता बढ़ाने के लिए बीएलओ को मानक पहचान पत्र जारी किए गए हैं।
  • मतदान केंद्रों पर मोबाइल जमा सुविधा - मतदाताओं के लिए मोबाइल फोन जमा करने की सुविधा मतदान केंद्रों के बाहर उपलब्ध कराई गई है।
  • स्पष्ट मतदाता सूचना पर्ची - मतदाताओं के लिए जानकारी को सरल बनाने के लिए सीरियल और भाग संख्या प्रमुखता से प्रदर्शित की जाती है।
  • वन-स्टॉप डिजिटल प्लेटफॉर्म - ईसीआईनेट ऐप पर कई महत्वपूर्ण सेवाएं उपलब्ध हैं, जिसमें मतदान अपडेट भी शामिल हैं।
  • मतदान केंद्र पर 1,200 मतदाताओं की सीमा - भीड़ को कम करने और कतारों को छोटा करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
  • मतदान केंद्र से 100 मीटर की दूरी पर उम्मीदवारों के बूथ - मतदान के दिन उम्मीदवारों द्वारा मतदाताओं को पहचान पत्र जारी करने के लिए बूथ स्थापित किए जा सकते हैं।
  • मतदान केंद्रों पर 100% वेबकास्टिंग - मतदान प्रक्रिया की निगरानी के लिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी गतिविधियाँ सुचारू रूप से संपन्न हों।
  • ईवीएम मतपत्र दिशानिर्देश संशोधित - ईसीआई ने ईवीएम मतपत्रों को अधिक पठनीय बनाने के लिए दिशानिर्देशों में संशोधन किया है।
  • विसंगतियों के लिए अनिवार्य वीवीपीएटी गणना - डेटा विसंगतियों के मामलों में वीवीपीएटी पर्चियों की गणना की जाएगी।
  • डाक मतपत्रों की गणना को सुव्यवस्थित करना - डाक मतपत्रों की गणना के बाद ही ईवीएम/वीवीपीएटी की गणना का अंतिम चरण शुरू होगा।
  • डिजिटल इंडेक्स कार्ड और रिपोर्ट - चुनाव संबंधी डेटा की पहुंच को बढ़ावा देने के लिए प्रौद्योगिकी-संचालित प्रणाली लागू की गई है।