बिहार विधानसभा चुनाव 2025: पीएम मोदी ने त्रिनिदाद में भोजपुरी संस्कृति का जिक्र किया
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: चुनाव आयोग ने इस साल अक्टूबर और नवंबर में बिहार में विधानसभा चुनाव कराने की योजना बनाई है। विभिन्न राजनीतिक दल, जैसे RJD और भाजपा, चुनावी रणनीतियों पर काम कर रहे हैं। जातिगत समीकरणों के आधार पर मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिशें शुरू हो चुकी हैं। इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने भी बिहार चुनाव में जनता को साधने का प्रयास किया है।
पीएम मोदी की त्रिनिदाद यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी वर्तमान में 5 देशों की यात्रा पर हैं और इस समय त्रिनिदाद और टोबैगो में हैं। वहां पोर्ट ऑफ स्पेन में, स्थानीय लोगों ने पीएम के सामने पारंपरिक भोजपुरी चौताल का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर, पीएम ने वीडियो को एक्स प्लेटफॉर्म पर साझा किया और भोजपुरी में कैप्शन लिखा, जिसमें यूपी और बिहार का उल्लेख किया। इसके साथ ही, उन्होंने त्रिनिदाद एंड टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद को बिहार की बेटी बताया।
भोजपुरी चौताल का प्रदर्शन
भोजपुरी में लिखा यह कैप्शन
पोर्ट ऑफ स्पेन में भोजपुरी चौताल का प्रदर्शन देखने के बाद पीएम मोदी ने ताली बजाकर लोगों का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने लिखा, 'एगो अनमोल सांस्कृतिक जुड़ाव! बहुत खुशी भइल कि पोर्ट ऑफ स्पेन में हम भोजपुरी चौताल प्रस्तुति के प्रदर्शन देखनी। त्रिनिदाद एंड टोबैगो आ भारत, खास करके पूर्वी यूपी आ बिहार के बीच के जुड़ाव उल्लेखनीय बा।'
कमला प्रसाद को बिहार की बेटी बताया
प्रधानमंत्री कमला को बताया 'बिहार की बेटी'
पीएम मोदी ने भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कमला जी के पूर्वज बिहार के बक्सर से थे। उन्होंने बताया कि लोग उन्हें बिहार की बेटी मानते हैं। उन्होंने बिहार की विरासत को भारत और दुनिया का गौरव बताया और विश्वास जताया कि बिहार से 21वीं सदी के लिए नई प्रेरणाएं निकलेंगी।
सोहारी पत्ते पर डिनर
बिहार के सोहारी पत्ते पर किया डिनर
पीएम मोदी ने कमला प्रसाद-बिसेसर द्वारा आयोजित डिनर में भाग लिया, जहां भोजन सोहारी पत्ते पर परोसा गया। 'सोहारी' शब्द भोजपुरी से लिया गया है, जिसका अर्थ है 'देवताओं के लिए भोजन'। पीएम ने इस अवसर की तस्वीरें भी साझा कीं।
त्रिनिदाद एंड टोबैगो में भारतीय समुदाय
कैरेबियन देश में करीब आधी आबादी भारतीय
विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, त्रिनिदाद एंड टोबैगो में लगभग 13 लाख लोग रहते हैं, जिनमें से 45 प्रतिशत भारतीय मूल के हैं। इनमें से अधिकांश लोग उत्तर प्रदेश और बिहार के भोजपुरी भाषी क्षेत्रों से हैं।