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बिहार विधानसभा मानसून सत्र 2025: मंत्री श्रवण कुमार का विपक्ष पर तीखा हमला

बिहार विधानसभा के मानसून सत्र 2025 में महागठबंधन के विधायकों ने मतदाता सूची के निरीक्षण को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। मंत्री श्रवण कुमार ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए इसे 'राजनीतिक शोर' करार दिया। उन्होंने कहा कि यदि विपक्ष के पास ठोस मुद्दे हैं, तो सरकार चर्चा के लिए तैयार है। इसके अलावा, भोजपुर जिले में हाल के पुलिस एनकाउंटर पर भी उन्होंने सफाई दी, यह बताते हुए कि कानून का राज कायम है। जानें इस सत्र में और क्या हो रहा है।
 

बिहार विधानसभा मानसून सत्र 2025

बिहार विधानसभा के मानसून सत्र 2025: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान महागठबंधन के विधायकों द्वारा मतदाता सूची के निरीक्षण को लेकर किए गए विरोध प्रदर्शन पर राज्य सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह केवल एक 'राजनीतिक शोर' है।


श्रवण कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यदि विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा है, तो सरकार उस पर चर्चा के लिए तैयार है। लेकिन जब मुद्दों की कमी होती है, तब ऐसे विषय उठाए जाते हैं। सरकार हर प्रश्न का उत्तर देने के लिए तत्पर है। उल्लेखनीय है कि विपक्षी दलों ने विधानसभा परिसर में काला कपड़ा पहनकर प्रदर्शन किया, उनका आरोप है कि वोटर लिस्ट के पुनः निरीक्षण के नाम पर दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग के मतदाताओं के नाम जानबूझकर हटाए जा रहे हैं।


एनकाउंटर पर मंत्री का बड़ा बयान

बिहार में हाल के दिनों में बढ़ते पुलिस एनकाउंटर और विशेष रूप से भोजपुर जिले में हुई गोलीबारी की घटना पर मंत्री श्रवण कुमार ने सरकार की ओर से स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में कानून का राज है। यदि कोई अपराधी पुलिस पर गोली चलाएगा, तो पुलिस भी जवाबी कार्रवाई करेगी। यह सुशासन का हिस्सा है। भोजपुर की घटना में भी पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई है। उन्होंने यह भी कहा कि कानून अपना काम कर रहा है और यदि पुलिस को किसी स्थिति में कार्रवाई करनी पड़ी, तो वह सुशासन के दायरे में होगी।


सियासत और सुशासन की टकराहट

विधानसभा के पहले दिन से ही राज्य की राजनीति में गर्माहट बनी हुई है। जहां विपक्ष वोटर लिस्ट, कानून व्यवस्था और सरकार की कथित निष्क्रियता को लेकर हमलावर है, वहीं सरकार अपनी नीतियों को 'सुशासन' के रूप में पेश कर रही है। मंत्री श्रवण कुमार का यह बयान उसी राजनीतिक माहौल में सरकार की स्थिति को स्पष्ट करने वाला माना जा रहा है।