बीएसएफ का मल्टी लेयर्ड एंटी ड्रोन सिस्टम: तस्करी पर लगेगी रोक
पाकिस्तान से आने वाले ड्रोन के खिलाफ बीएसएफ की तैयारी
पंजाब में ड्रोन से तस्करी पर बीएसएफ की नजर
पंजाब में पाकिस्तान से आने वाले ड्रोन लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती बने हुए हैं। बीएसएफ अब अपने एंटी ड्रोन सिस्टम को और अधिक प्रभावी बनाने की योजना बना रही है ताकि दुश्मन की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। इस वर्ष, बीएसएफ ने सीमा क्षेत्र में पाकिस्तान के 278 ड्रोन को गिराया है और 53 घुसपैठियों को पकड़ा है। पाकिस्तान देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ और हथियार भेज रहा है।
चीनी और पाकिस्तानी ड्रोन का उपयोग
पाकिस्तान से आने वाले हथियार और ड्रग्स की तस्करी आईएसआई के सहयोग से की जा रही है। पाकिस्तान की आर्डिनेंस फैक्टरी में बने कारतूस और सरकारी बंदूकें भारत में आतंक फैलाने के लिए भेजी जा रही हैं। यह तस्करी मुख्य रूप से चीन और पाकिस्तान निर्मित ड्रोन के माध्यम से की जा रही है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, बीएसएफ ने अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए एंटी ड्रोन सिस्टम को मजबूत करने का निर्णय लिया है।
बीएसएफ का ड्रोन रोकने का तरीका
भारत-पाकिस्तान सीमा पर ड्रोन खतरों का मुकाबला करने के लिए बीएसएफ एक मल्टी लेयर्ड प्रणाली का उपयोग कर रही है। इस प्रणाली में रडार, इलेक्ट्रो-आप्टिकल, इन्फ्रारेड कैमरे और रेडियो फ्रीक्वेंसी एनालाइज़र जैसे कई सेंसर शामिल हैं, जो पाकिस्तानी ड्रोन का पता लगाने और उन्हें बेअसर करने में मदद करते हैं। बीएसएफ के अधिकारियों के अनुसार, इस ड्रोन सिस्टम ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
धुंध के मौसम में सुरक्षा बढ़ाई गई
धुंध के मौसम को ध्यान में रखते हुए, सीमा सुरक्षा बल ने असामाजिक तत्वों की गतिविधियों को रोकने और देश की सीमाओं की रक्षा के लिए चौकसी बढ़ा दी है। पंजाब में आई बाढ़ के दौरान भी बीएसएफ ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिसमें बड़े पैमाने पर बचाव और राहत कार्य किए गए और भारत-पाकिस्तान सीमा पर कड़ी निगरानी रखी गई।