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बीजेपी की 'ट्रिपल एम' रणनीति: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए नई दिशा

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपनी रणनीति को और अधिक आक्रामक बना दिया है। 'ट्रिपल एम' के तहत मोदी, महिला और मंदिर के माध्यम से 243 सीटों में से 225 जीतने का लक्ष्य रखा गया है। प्रधानमंत्री मोदी का प्रभाव, महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं और धार्मिक आस्था को केंद्र में लाने की कोशिशें इस रणनीति का हिस्सा हैं। जानें कैसे बीजेपी इस बार चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है।
 

बीजेपी की चुनावी रणनीति का नया रूप

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपनी रणनीति को और अधिक स्पष्ट और आक्रामक बना दिया है। इस बार पार्टी का लक्ष्य ‘ट्रिपल एम’— मोदी, महिला और मंदिर के माध्यम से 243 सीटों में से 225 सीटें जीतना है।


मोदी का प्रभाव और विकास की दिशा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा की चुनावी रणनीति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बने हुए हैं। पिछले पांच महीनों में मोदी ने बिहार का दौरा चार बार किया है और 15 जुलाई से 15 सितंबर के बीच उनके 9 और दौरे की योजना बनाई गई है। इन दौरों के दौरान, मोदी सरकार की विभिन्न योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, हर घर जल, आयुष्मान भारत, और सड़क संपर्क के माध्यम से मतदाताओं से सीधा जुड़ाव स्थापित किया जाएगा।


प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि, “केंद्र और राज्य सरकार ने युवा, महिलाएं, बुजुर्ग, किसान — हर वर्ग के लिए काम किया है। सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक विकास हुआ है।”


महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं

बीजेपी इस बार महिला मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए विशेष रणनीति अपना रही है। राज्य सरकार ने जीविका परियोजना से जुड़े दो महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। स्वयं सहायता समूहों को 3 लाख तक के बैंक ऋण पर अब केवल 7% ब्याज देना होगा, जबकि पहले यह 10% था। इसके अलावा, जीविका से जुड़े कर्मियों का मानदेय भी दोगुना कर दिया गया है।


बिहार में महिलाओं को सरकारी नौकरी में 35 फीसदी आरक्षण की सुविधा पहले से थी, लेकिन अब डोमिसाइल नीति लागू की गई है, जिसका मतलब है कि अब केवल बिहार की महिलाएं ही इस आरक्षण का लाभ उठा सकेंगी। इसके साथ ही, संविदा पर बहाल होने वाली बिहार की महिलाओं को भी 35 फीसदी आरक्षण देने की घोषणा की गई है।


हर पंचायत में विवाह भवन का निर्माण किया जाएगा, जिसका संचालन जीविका दीदियों के हाथ में होगा। महिलाओं के लिए राजधानी पटना और राज्य के सात जिलों में पिंक बसों की सुविधा शुरू की गई है, जिसमें ड्राइवर और कंडक्टर भी महिलाएं होंगी।


धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक विरासत

राम मंदिर निर्माण को हिंदुत्व की राजनीति में एक मजबूत आधार बनाने के बाद, अब भाजपा बिहार में धार्मिक आस्था को केंद्र में लाने की योजना बना रही है। इस बार सीतामढ़ी में माता जानकी मंदिर के भव्य निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया गया है। सरकार ने इस परियोजना के लिए 800 करोड़ रुपये से अधिक की राशि को मंजूरी दी है। यह मंदिर बिहार में “राम से जनक तक” की सांस्कृतिक विरासत को जोड़ने का प्रयास है।


पंचायत स्तर पर सक्रियता

इस “ट्रिपल एम” रणनीति को लागू करने के लिए पार्टी ने पंचायत स्तर पर कार्यकर्ता बैठकें आयोजित की हैं। गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी पार्टी कार्यकर्ताओं को मिशन 225 के लिए “विजय मंत्र” दिया है। मोदी का चेहरा, महिलाओं के लिए योजनाओं की भरमार, और मंदिर निर्माण के जरिए आस्था का आह्वान, इन तीन M के सहारे बीजेपी 2025 के बिहार चुनाव में इतिहास रचने की तैयारी कर रही है। अब देखना यह है कि यह रणनीति वोटों में कितनी तब्दील होती है।