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बेंगलुरु एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी का भंडाफोड़

बेंगलुरु में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने एक बड़ी कार्रवाई में 50 करोड़ रुपये मूल्य की ड्रग्स जब्त की है। इस ऑपरेशन में तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें एक श्रीलंकाई नागरिक भी शामिल है। एनसीबी को थाईलैंड से हाइड्रोपोनिक गांजा की तस्करी की सूचना मिली थी, जिसके बाद कार्रवाई की गई। दिल्ली में भी एक ड्रग कार्टेल का भंडाफोड़ हुआ है, जिसमें तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। इस खबर के पीछे की पूरी कहानी जानने के लिए पढ़ें।
 

50 करोड़ की ड्रग्स जब्त, तीन तस्कर गिरफ्तार


Bengaluru Crime News: बेंगलुरु में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 50 करोड़ रुपये मूल्य के नशीले पदार्थों को जब्त किया है। इस ऑपरेशन में तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से एक श्रीलंकाई नागरिक है। यह सफलता केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर हासिल की गई। बरामद ड्रग्स में 45.4 किलोग्राम हाइड्रो गांजा और 6 किलोग्राम साइलोसाइबिन मशरूम शामिल हैं।


एनसीबी को मिली थी नशा तस्करी की सूचना

एनसीबी को थाईलैंड से हाइड्रोपोनिक गांजा की तस्करी से संबंधित एक ड्रग कार्टेल के बारे में खुफिया जानकारी प्राप्त हुई थी। इस पर कार्रवाई करते हुए, एनसीबी अधिकारियों ने कोलंबो से आने वाले दो यात्रियों को रोका और 31.4 किलोग्राम हाइड्रो गांजा और 4 किलोग्राम साइलोसाइबिन मशरूम बरामद किया। पूछताछ के दौरान उनके श्रीलंकाई हैंडलर की पहचान की गई, जिसे भी गिरफ्तार किया गया। वह 14 किलोग्राम हाइड्रो गांजा और 2 किलोग्राम साइलोसाइबिन मशरूम लेकर आया था। एनसीबी के अनुसार, ड्रग्स को लगभग 250 खाद्य डिब्बों में छिपाया गया था और वैक्यूम सील करके पैक किया गया था।


नई दिल्ली में भी नशा तस्कर गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने राष्ट्रीय राजधानी और एनसीआर में सक्रिय ड्रग कार्टेल का भंडाफोड़ करते हुए तीन मादक पदार्थ तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनमें तजिंदरपाल सिंह उर्फ हैप्पी, विक्रम सिंह भदौरिया और उनके सहयोगी कुंदन सिंह बिष्ट उर्फ केडी शामिल हैं। पुलिस ने इनके पास से अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 1 करोड़ रुपये मूल्य के नशीले पदार्थ बरामद किए हैं।


अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त संजीव कुमार यादव ने बताया कि अमृतसर निवासी हैप्पी ने नॉटिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है और 2014 में मलेशिया में काम कर चुका है। महामारी के बाद 2022 में भारत लौटने के बाद, वह अपने पूर्व मर्चेंट नेवी सहयोगी सुरजीत उर्फ जीता से फिर से जुड़ गया, जो मेथमफेटामाइन की तस्करी में शामिल था।