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बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम को 'असुरक्षित' घोषित किया गया

बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में हाल ही में हुई भगदड़ के बाद इसे 'असुरक्षित' घोषित किया गया है। यह निर्णय प्रशंसकों की सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं के मद्देनजर लिया गया है। घटना के दौरान हजारों प्रशंसक टिकट खरीदने के लिए इकट्ठा हुए थे, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई। अब कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ और बेंगलुरु पुलिस इस मुद्दे पर विचार कर रहे हैं, जिससे भविष्य में स्टेडियम में बड़े आयोजनों पर प्रतिबंध लग सकता है।
 

स्टेडियम में भगदड़ के बाद सुरक्षा चिंताएँ

हाल ही में बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर टिकट खरीदने आए क्रिकेट प्रशंसकों के बीच हुई एक दुखद भगदड़ के बाद, इस प्रतिष्ठित स्थल को बड़े आयोजनों के लिए 'असुरक्षित' घोषित किया गया है। यह निर्णय प्रशंसकों की सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं और भीड़ प्रबंधन में कमी के कारण लिया गया है।
यह घटना तब घटी जब इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के मैचों के टिकट खरीदने के लिए हजारों प्रशंसक एकत्रित हुए थे। भीड़ इतनी बेकाबू हो गई कि भगदड़ मच गई। पुलिस और गवाहों के अनुसार, स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि कई लोग दम घुटने या भीड़ में दबकर बेहोश हो गए, जबकि कुछ ने अपनी जान बचाने के लिए स्टेडियम की दीवारें भी फांद दीं।
इस भयावह घटना ने भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्टेडियम प्रबंधन का कहना है कि अंदर की व्यवस्था सुरक्षित है, लेकिन यह घोषणा विशेष रूप से बाहर या बड़े पैमाने पर लोगों के इकट्ठा होने से जुड़ी भीड़ नियंत्रण की चुनौतियों के कारण की गई है। रिपोर्टों के अनुसार, टिकट बिक्री के दौरान उचित कतार प्रबंधन, बैरिकेडिंग, पीने का पानी और प्राथमिक चिकित्सा सुविधाओं की भारी कमी देखी गई।
कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) और बेंगलुरु पुलिस अब इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। इस 'असुरक्षित' घोषणा का मतलब यह हो सकता है कि चिन्नास्वामी स्टेडियम में भविष्य के बड़े मैचों या गैर-खेल आयोजनों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है, या उन्हें अत्यधिक कड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल और भीड़ नियंत्रण उपायों के साथ ही आयोजित करने की अनुमति मिलेगी। यह घटना आयोजकों के लिए एक बड़ा सबक है कि खेल या किसी भी बड़े आयोजनों में दर्शकों की सुरक्षा हमेशा सर्वोपरि होनी चाहिए।