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बेंगलुरु में ऑटो ड्राइवर की सादगी ने जीते दिल

बेंगलुरु में एक महिला यात्री और ऑटो ड्राइवर के बीच हुई बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। ड्राइवर ने कहा कि शहर में कोई भाषा विवाद नहीं है, बल्कि कुछ लोग शराब पीकर हंगामा करते हैं। इस वीडियो को लाखों लोगों ने देखा है और ड्राइवर की सोच की सराहना की है। ख्याति श्री द्वारा साझा किया गया यह वीडियो सकारात्मक संदेश देता है कि अच्छा व्यवहार ही सबसे बड़ी भाषा है। जानें इस दिलचस्प बातचीत के बारे में और लोगों की प्रतिक्रियाएं।
 

बेंगलुरु में वायरल वीडियो

बेंगलुरु में एक महिला यात्री और ऑटो चालक के बीच हुई बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है। ऑटो ड्राइवर ने कहा कि शहर में भाषा का कोई विवाद नहीं है, बल्कि कुछ लोग शराब पीकर हंगामा करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बेंगलुरु एक शांतिपूर्ण स्थान है और यहां सब कुछ "फर्स्ट क्लास" है। इस वीडियो को लाखों लोगों ने देखा है और ड्राइवर की सोच की सराहना की है।


इंस्टाग्राम यूजर ख्याति श्री द्वारा साझा किया गया यह वीडियो एक ऑटो चालक और उनकी बातचीत को दर्शाता है, जिसमें वह कन्नड़ के कुछ शब्द सीखने की कोशिश कर रही हैं। जब उन्होंने ड्राइवर से हिंदी और कन्नड़ बोलने वालों के बीच विवाद के बारे में पूछा, तो ड्राइवर ने सहजता से उत्तर दिया, "कुछ लोग दारू पीकर झगड़ा करते हैं, वरना सब ठीक है। बेंगलुरु में सब फर्स्ट क्लास है।"


सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं

सोशल मीडिया पर प्यार की बौछार


इस वीडियो को अब तक 1 करोड़ 5 लाख से अधिक बार देखा जा चुका है और हजारों लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। किसी ने कहा, "इस व्यक्ति में शब्दों से कहीं अधिक समझ है।" वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा, "सच है! अधिकांश समस्याएं कुछ लोग ही पैदा करते हैं और सोशल मीडिया उन्हें बढ़ा-चढ़ा कर पेश करता है।" एक और यूजर ने कहा, "मैंने बेंगलुरु में तीन साल बिताए, कभी भाषा को लेकर कोई समस्या नहीं हुई।" यह बातचीत साबित करती है कि अच्छा व्यवहार ही सबसे बड़ी भाषा है।


 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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सम्मान से सम्मान मिलता है

सम्मान से सम्मान मिलता है


वीडियो साझा करने वाली ख्याति ने कैप्शन में लिखा कि उन्होंने कर्नाटक में चार महीने बिताए और बेंगलुरु के बाहर भी यात्रा की, लेकिन भाषा को लेकर उन्हें कभी कोई परेशानी नहीं हुई। उन्होंने बताया कि ऑटो और कैब ड्राइवरों के साथ उनका अनुभव बहुत अच्छा रहा। उन्होंने कहा कि अगर आप अच्छे से पेश आते हैं तो किसी को फर्क नहीं पड़ता कि आप हिंदी बोलते हैं या नहीं। अंग्रेज़ी भी बातचीत में मददगार रही। यह वीडियो केवल एक संवाद नहीं, बल्कि यह एक सकारात्मक संदेश है कि भाषा नहीं, बल्कि व्यवहार इंसानों को जोड़ता है।