×

बेंगलुरु से नागपुर तक फैली दहेज उत्पीड़न की त्रासदी: युवक की आत्महत्या और मां का प्रयास

बेंगलुरु में दहेज उत्पीड़न के एक मामले ने एक नवविवाहित युवक की आत्महत्या और उसकी मां के आत्महत्या के प्रयास का रूप ले लिया। यह घटना न केवल बेंगलुरु बल्कि नागपुर में भी चर्चा का विषय बन गई है। युवक की पत्नी की आत्महत्या के बाद उसके परिवार ने दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाया, जिसके चलते युवक और उसकी मां ने गिरफ्तारी के डर से शहर छोड़ दिया। इस मामले ने कई गंभीर सवाल उठाए हैं, और पुलिस जांच जारी है। जानें इस त्रासदी की पूरी कहानी।
 

दहेज उत्पीड़न का भयावह मामला


बेंगलुरु: दहेज उत्पीड़न के एक संदिग्ध मामले ने एक भयानक मोड़ ले लिया है। एक नवविवाहित युवक ने आत्महत्या कर ली, जबकि उसकी मां ने भी जान देने की कोशिश की। यह दुखद घटना न केवल नागपुर बल्कि बेंगलुरु में भी एक त्रासदी बन गई है, जिसने दो परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है। यह मामला तब और गंभीर हो गया जब युवक पर अपनी पत्नी को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा।


युवक का शव होटल में मिला

पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान 35 वर्षीय सूरज शिवन्ना के रूप में हुई है, जो बेंगलुरु के विद्यारण्यपुरा में बीईएल लेआउट का निवासी था। शुक्रवार की रात नागपुर के वर्धा रोड पर स्थित एक होटल के कमरे में सूरज का शव छत के पंखे से लटका हुआ पाया गया। होटल के कर्मचारियों ने जब कमरे से कोई प्रतिक्रिया नहीं पाई, तो उन्होंने पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद यह दुखद सच्चाई सामने आई।


मां ने भी की आत्महत्या की कोशिश

सूरज की 60 वर्षीय मां जयंती शिवन्ना भी उसी कमरे में बेहोशी की हालत में पाई गईं। प्रारंभिक जांच में पता चला कि बेटे की मौत के बाद उन्होंने भी आत्महत्या करने की कोशिश की थी। पुलिस ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हालत अब स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं।


बेंगलुरु में शुरू हुआ विवाद

यह घटना बेंगलुरु में शुरू हुई थी। सूरज की शादी गणवी नाम की युवती से लगभग डेढ़ महीने पहले हुई थी। दोनों विद्यारण्यपुरा में एक साथ रह रहे थे। गुरुवार को गणवी ने अपने घर पर आत्महत्या का प्रयास किया था, जिसके बाद गंभीर हालत में अस्पताल ले जाने पर उनकी मृत्यु हो गई।


पत्नी के परिवार ने लगाए गंभीर आरोप

गणवी की मृत्यु के बाद उसके माता-पिता ने सूरज और उसके परिवार पर दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाया। इस आधार पर सूरज के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया। युवती के परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया।


गिरफ्तारी के डर से भागे

पुलिस जांच में यह सामने आया है कि मामला दर्ज होने के बाद सूरज और उसकी मां गिरफ्तारी के डर से बेंगलुरु छोड़कर चले गए थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गणवी के रिश्तेदारों से उन्हें धमकियां मिल रही थीं। पहले वे हैदराबाद गए और फिर 26 दिसंबर को नागपुर पहुंचे, जहां एक होटल में ठहरे। सूरज का छोटा भाई संजय भी उनके साथ था।


पुलिस जांच जारी

सोनेगांव पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक नितिन मगर ने बताया कि सूरज का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और भाई संजय का बयान दर्ज किया गया है। फिलहाल आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया गया है। साथ ही, बेंगलुरु पुलिस के साथ समन्वय कर आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले की भी जांच की जा रही है।


घटना ने कई सवाल खड़े किए

यह पूरा मामला दहेज उत्पीड़न, मानसिक दबाव और कानूनी प्रक्रियाओं के बीच फंसे लोगों की मानसिक स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करता है। पुलिस का कहना है कि सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है, ताकि सच्चाई सामने आ सके और जिम्मेदारी तय की जा सके।