×

ब्रिटेन का F-35B जेट तिरुवनंतपुरम से उड़ान भरने के लिए तैयार

ब्रिटेन का F-35B फाइटर जेट, जो तिरुवनंतपुरम में पिछले पांच हफ्तों से खराबी के कारण रुका था, अब मरम्मत के बाद उड़ान भरने के लिए तैयार है। ब्रिटिश इंजीनियरों की एक टीम ने इसकी तकनीकी समस्याओं को हल किया। जानें इस जेट की उड़ान और पार्किंग शुल्क के बारे में अधिक जानकारी।
 

ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35B जेट

ब्रिटेन का F-35B फाइटर जेट: ब्रिटिश रॉयल नेवी का अत्याधुनिक F-35B फाइटर जेट, जो पिछले पांच हफ्तों से केरल के तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तकनीकी खराबी के कारण रुका हुआ था, अब मरम्मत के बाद उड़ान भरने के लिए तैयार है। यह विमान 14 जून को आपातकालीन लैंडिंग के बाद से भारत में था। ब्रिटिश इंजीनियरों की एक विशेष टीम ने इसकी मरम्मत की, और अब यह जेट फिर से उड़ान भरने के लिए तैयार है।


यह F-35B जेट 14 जून 2025 को ब्रिटेन के HMS प्रिंस ऑफ वेल्स विमानवाहक पोत से उड़ान भर रहा था। खराब मौसम और ईंधन की कमी के कारण इसे तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। भारतीय वायुसेना ने इस लैंडिंग में पूरा सहयोग दिया और विमान को रीफ्यूलिंग सहित आवश्यक सुविधाएं प्रदान कीं।


ब्रिटिश इंजीनियरों की मेहनत

विमान की मरम्मत के लिए ब्रिटेन से 15 इंजीनियरों की एक विशेष टीम तिरुवनंतपुरम पहुंची। इस टीम ने विशेष उपकरणों के साथ जेट की हाइड्रोलिक खराबी को ठीक करने का कार्य शुरू किया। कई हफ्तों की मेहनत के बाद, विमान को उड़ान के लिए तैयार किया गया। हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने बताया, "मरम्मत के बाद विमान को हैंगर से बाहर निकाला गया है और इसे पार्किंग बे में रखा गया है। विमान को ईंधन भर दिया गया है और यह मंगलवार को उड़ान भरेगा।"


ब्रिटिश हाई कमीशन का आभार


ब्रिटिश हाई कमीशन ने भारतीय अधिकारियों, विशेषकर भारतीय वायुसेना और हवाई अड्डा प्रशासन, का उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। ब्रिटिश अधिकारियों ने कहा, "हम विमान को जल्द से जल्द ठीक करने के लिए काम कर रहे हैं। भारतीय अधिकारियों का समर्थन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।"


पार्किंग और मेंटेनेंस का खर्च

तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डा प्रशासन ने F-35B जेट के लिए पार्किंग शुल्क लगाने का निर्णय लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस अत्याधुनिक जेट के लिए प्रति दिन 15,000 से 20,000 रुपये का पार्किंग शुल्क लिया जाएगा। इसके अलावा, फाइटर जेट और एयरबस जैसे विमानों के लिए लैंडिंग शुल्क 1 लाख से 2 लाख रुपये के बीच हो सकता है।