भव्य जानकी मंदिर का शिलान्यास: मिथिलांचल में आध्यात्मिक एकता का प्रतीक
आज का दिन मिथिलांचल और वैश्विक हिंदू समुदाय के लिए ऐतिहासिक है, जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पुनौरा धाम में जानकी मंदिर का शिलान्यास करेंगे। यह मंदिर देवी सीता के जन्मस्थान पर बनेगा और भारत की आध्यात्मिक एकता का प्रतीक होगा। इस अवसर पर भूमि पूजन में 21 तीर्थों की पवित्र मिट्टी और 31 नदियों का जल शामिल किया जाएगा। जानकी मंदिर, 'सीता सर्किट' का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनेगा, जो धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा।
Aug 8, 2025, 16:51 IST
जानकी मंदिर का ऐतिहासिक शिलान्यास
आज मिथिलांचल और वैश्विक हिंदू समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पुनौरा धाम, सीतामढ़ी में भव्य जानकी मंदिर का शिलान्यास करेंगे। यह वही पवित्र स्थल है, जहाँ देवी सीता का जन्म हुआ माना जाता है।'आध्यात्मिक एकता' का प्रतीक: 883 करोड़ का महायज्ञ
इस अवसर पर, वैदिक मंत्रों के बीच भूमि पूजन किया जाएगा, जिसमें 21 तीर्थों की पवित्र मिट्टी और 31 नदियों का जल शामिल किया जाएगा। यह भारत की आध्यात्मिक एकता का प्रतीक होगा।
यह 883 करोड़ रुपये की परियोजना न केवल धार्मिक पुनरुद्धार का प्रतीक है, बल्कि यह सीतामढ़ी, पुनौरा धाम और जनकपुर, नेपाल के बीच एक ऐतिहासिक पवित्र त्रिकोण को भी मजबूत करती है।
'सीता सर्किट': तीन पवित्र स्थल, एक दिव्य यात्रा
यह नव-निर्मित मंदिर 'सीता सर्किट' का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनेगा, जो देवी सीता से जुड़े तीन प्रमुख स्थलों को जोड़ता है। यह महा-परियोजना श्री जानकी जन्मभूमि पुनौरा धाम मंदिर न्यास समिति द्वारा संचालित है और अयोध्या में राम मंदिर से प्रेरित है।