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भारत और अंगोला के बीच सहयोग को बढ़ावा देने वाली बैठक

भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुएल गोंकाल्वेस लौरेंको से मुलाकात की, जिसमें ऊर्जा, कृषि, और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा की गई। दोनों देशों ने मत्स्य पालन और समुद्री संसाधनों पर समझौतों पर हस्ताक्षर किए। यह दौरा भारत-अफ्रीका संबंधों में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो दीर्घकालिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में है।
 

भारत की राष्ट्रपति का अंगोला दौरा

समाचार : भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज लुआंडा में अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुएल गोंकाल्वेस लौरेंको से मुलाकात की। इस बैठक में दोनों नेताओं ने ऊर्जा साझेदारी, अवसंरचना, रक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और डिजिटल तकनीकों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करने पर गहन चर्चा की।



बैठक के दौरान, भारत और अंगोला के बीच मत्स्य पालन, एक्वाकल्चर और समुद्री संसाधनों के क्षेत्र में सहयोग के लिए दो महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। विदेश मंत्रालय के अनुसार, इन समझौतों का उद्देश्य दोनों देशों के बीच आर्थिक और तकनीकी साझेदारी को नई दिशा देना है। भारत पहले से ही अंगोला का प्रमुख सहयोगी है, विशेषकर ऊर्जा और कृषि क्षेत्रों में, और अब दोनों देशों ने इन साझेदारियों को और बढ़ाने पर सहमति जताई है।


इस अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि भारत और अंगोला के बीच संबंध विश्वास, परस्पर सम्मान और साझा विकास की भावना पर आधारित हैं। राष्ट्रपति लौरेंको ने भारत की ग्लोबल साउथ में महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि अंगोला भारत के साथ दीर्घकालिक साझेदारी को और मजबूत करना चाहता है। यह दौरा भारत-अफ्रीका संबंधों में एक नए अध्याय के रूप में देखा जा रहा है, जिससे ऊर्जा, व्यापार और समुद्री सहयोग को और गति मिलने की उम्मीद है।