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भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में सर्जियो गोर की यात्रा

भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए सर्जियो गोर की भारत यात्रा महत्वपूर्ण है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ उनकी मुलाकात में द्विपक्षीय संबंधों और वैश्विक प्रभाव पर चर्चा की गई। गोर का यह दौरा तकनीकी, रक्षा और व्यापार क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। जानें इस यात्रा के पीछे की रणनीति और इसके संभावित प्रभाव के बारे में।
 

सर्जियो गोर का भारत दौरा


सर्जियो गोर की भारत यात्रा: भारत और अमेरिका के बीच की रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक बैठक आयोजित की गई। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को नई दिल्ली में अमेरिका के राजदूत-नामित सर्जियो गोर से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों और उनके वैश्विक प्रभाव पर चर्चा की गई। जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'आज नई दिल्ली में अमेरिका के मनोनीत राजदूत सर्जियो गोर से मिलकर प्रसन्नता हुई। भारत-अमेरिका संबंधों और इसके वैश्विक महत्व पर चर्चा की। उन्हें उनकी नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं।'


सर्जियो गोर 9 से 14 अक्टूबर तक भारत के दौरे पर हैं और उनके साथ डिप्टी सेक्रेटरी माइकल जे. रिगास भी मौजूद हैं। यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब दोनों देश तकनीकी, रक्षा और व्यापार क्षेत्रों में गहराई से सहयोग बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भी शनिवार को सर्जियो गोर से मुलाकात की।




सीनेट से मंजूरी के बाद भारत का दौरा

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने बताया कि बैठक में भारत-अमेरिका की व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी पर सार्थक बातचीत हुई। उन्होंने गोर को उनके कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं। सर्जियो गोर ने हाल ही में अमेरिकी सीनेट से मंजूरी मिलने के बाद भारत का दौरा किया है। वे जल्द ही अपनी औपचारिक नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करेंगे और राष्ट्रपति के सामने क्रेडेंशियल्स पेश करेंगे।


जयशंकर और गोर की पूर्व मुलाकात

इससे पहले, जयशंकर और गोर की मुलाकात सितंबर में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के दौरान भी हुई थी। उस बैठक में भी दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को गहराई देने पर चर्चा की थी। सीनेट की विदेश मामलों की समिति के सामने सर्जियो गोर ने कहा था, 'भारत एक रणनीतिक साझेदार है जिसकी दिशा इस क्षेत्र और उससे आगे को आकार देगी। भारत की भौगोलिक स्थिति, आर्थिक वृद्धि और सैन्य क्षमता इसे क्षेत्रीय स्थिरता का आधार बनाती है।' सर्जियो गोर की नियुक्ति अमेरिका की ओर से भारत के साथ संबंधों को और मजबूत करने के संकल्प को दर्शाती है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें अगस्त में भारत में अमेरिका के राजदूत और दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के विशेष दूत के रूप में नामित किया था।