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भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते की दिशा में महत्वपूर्ण बैठक

भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को आगे बढ़ाने के लिए अगले सप्ताह महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे एक सफल कारोबारी समझौते को अंतिम रूप दें। इस बैठक में व्यापारिक बाधाओं को दूर करने पर चर्चा होगी। इसके साथ ही, भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अमेरिका यात्रा और रक्षा सौदों में प्रगति की भी संभावना है। जानें इस महत्वपूर्ण बैठक के बारे में और क्या हो सकता है आगे।
 

भारत और अमेरिका के व्यापारिक संबंधों में नई पहल

भारत और अमेरिका के प्रतिनिधिमंडल अगले सप्ताह व्यापार समझौते को आगे बढ़ाने के लिए मुलाकात करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे आने वाले हफ्तों में एक सफल कारोबारी समझौते को अंतिम रूप दें। ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि उनका प्रशासन भारत के साथ व्यापारिक बाधाओं को समाप्त करने के लिए बातचीत जारी रखेगा।


मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 6 सितंबर को सोशल मीडिया पर उच्च स्तरीय बैठक के बाद, ट्रंप ने कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक बाधाओं को दूर करने के लिए बातचीत जारी है। मैं अपने मित्र, प्रधानमंत्री मोदी से जल्द ही बात करने के लिए उत्सुक हूं। मुझे विश्वास है कि हम दोनों देशों के लिए एक सफल निष्कर्ष पर पहुंचेंगे।”


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भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अमेरिका यात्रा


प्रधानमंत्री मोदी ट्रंप के बयान पर सोशल मीडिया के माध्यम से प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद है कि अगले सप्ताह भारतीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल अमेरिका जाएगा ताकि व्यापारिक बाधाओं का समाधान किया जा सके और दोनों देशों के लिए लाभकारी समझौता सुनिश्चित हो सके।


ट्रंप का बयान यह भी दर्शाता है कि वाशिंगटन से भारत के खिलाफ उठने वाली आलोचनाओं का कोई विशेष महत्व नहीं है, क्योंकि अमेरिकी नेता ने खुद बातचीत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी ली है। पीएम मोदी भी अपने अधिकारियों को इस समझौते को मजबूत करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने ट्रंप की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति की भावनाओं और उनके संबंधों के सकारात्मक मूल्यांकन की सराहना करते हैं।


रक्षा सौदों में प्रगति


व्यापारिक समझौते के साथ-साथ, 17-18 सितंबर को अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल भारत आएगा ताकि छह पी8आई पनडुब्बी रोधी विमानों की कीमत पर भारत की चिंताओं का समाधान किया जा सके, जिनकी लागत लगभग तीन अरब डॉलर है। इसके अलावा, इस महीने दोनों देश तेजस मार्क I A लड़ाकू विमान के लिए 113 जीई-404 इंजन खरीदने के सौदे पर हस्ताक्षर करेंगे। इस प्रकार, कुछ अमेरिकी अधिकारियों द्वारा भारत को निशाना बनाने के बावजूद, दोनों देशों के संबंध सकारात्मक दिशा में बढ़ रहे हैं।