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भारत और इस्राइल के बीच व्यापारिक संभावनाओं पर पीयूष गोयल का बयान

भारत के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने इस्राइल के दौरे के दौरान व्यापारिक संभावनाओं पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत में इस्राइल की कंपनियों के लिए निवेश और साझेदारी के कई अवसर हैं। गोयल ने भारत-इस्राइल व्यापारिक शिखर सम्मेलन में भाग लिया और दोनों देशों के बीच सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा की। उन्होंने भारत को निवेश का आकर्षक केंद्र बताते हुए कई महत्वपूर्ण कारकों का उल्लेख किया। जानें इस दौरे के दौरान गोयल ने और क्या कहा।
 

भारत में निवेश के अवसर


भारत में इस्राइल की कंपनियों के लिए निवेश के अवसर


भारत, जो कि विश्व की उभरती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, एक विशाल घरेलू बाजार और उपभोक्ता वर्ग के साथ विदेशी कंपनियों के लिए कई अवसर प्रदान करता है। यह बात भारत के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने इस्राइल के दौरे के दौरान कही।


उन्होंने बताया कि भारत इस्राइल की कंपनियों के लिए निवेश और साझेदारी के लिए कई अवसर उपलब्ध करा रहा है। गोयल ने कहा कि दोनों देश उद्योग के बुनियादी ढांचे, विनिर्माण और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा दे सकते हैं।


भारत-इस्राइल व्यापारिक शिखर सम्मेलन

गोयल ने भारत-इस्राइल व्यापारिक शिखर सम्मेलन में कहा कि दोनों देशों के बीच संभावनाएं असीमित हैं। यह पहली बार है जब कोई भारतीय वाणिज्य मंत्री इस्राइल के आधिकारिक दौरे पर गया है। गोयल 60 सदस्यीय व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ इस्राइल पहुंचे हैं, जहां वे सरकारी और व्यावसायिक नेताओं के साथ द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश को बढ़ाने के उपायों पर चर्चा करेंगे।


भारत का निवेश आकर्षण

मंत्री ने भारत को निवेश का आकर्षक केंद्र बनाने वाले 10 प्रमुख कारकों का उल्लेख किया, जिनमें लोकतंत्र, जनसांख्यिकीय लाभांश, डिजिटलीकरण, तेज विकास और निर्णायक नेतृत्व शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भारत निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल प्रदान करता है, जो दोनों देशों के उद्योगों के लिए नए अवसर खोलता है। इस्राइल के अर्थव्यवस्था मंत्री नीर बरकत ने भी भारत को इस्राइल के लिए एक 'बेहतरीन पार्टनर' बताया और कहा कि भारतीय इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियां इस्राइल में बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए बोली लगा सकती हैं।