×

भारत और ब्राज़ील के बीच टैरिफ विवाद पर मोदी-लूला की महत्वपूर्ण बातचीत

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत और ब्राज़ील पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्राज़ील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा के बीच महत्वपूर्ण फोन वार्ता हुई। इस बातचीत में दोनों नेताओं ने आपसी सहयोग और रणनीति पर चर्चा की, जिसमें ऊर्जा, व्यापार, रक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने पर सहमति बनी। लूला ने BRICS देशों को एकजुट करने की दिशा में भी कदम उठाने का संकेत दिया।
 

मोदी और लूला के बीच फोन वार्ता

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और ब्राजील पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने का निर्णय लिया है, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार शाम को ब्राज़ील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा से फोन पर चर्चा की। यह बातचीत वैश्विक व्यापार में आए इस महत्वपूर्ण बदलाव के संदर्भ में आपसी सहयोग और प्रतिक्रिया की रणनीति तय करने के लिए थी।


टैरिफ का सीधा उल्लेख नहीं

हालांकि भारत सरकार की ओर से जारी आधिकारिक बयान में टैरिफ का कोई स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया, लेकिन लूला ने बातचीत में अमेरिका द्वारा लगाए गए "एकतरफा शुल्क" पर अपनी चिंता व्यक्त की। उनका कहना था कि ट्रंप की नीतियां वैश्विक बहुपक्षीय ढांचे को कमजोर कर रही हैं।


स्ट्रैटेजिक सहयोग पर सहमति

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया कि राष्ट्रपति लूला के साथ उनकी सार्थक चर्चा हुई, जिसमें उन्होंने ब्राज़ील यात्रा की सुखद यादें साझा कीं। दोनों नेताओं ने ऊर्जा, व्यापार, रक्षा, तकनीक और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में संबंधों को और मजबूत करने पर सहमति जताई।


ग्लोबल साउथ के लिए सहयोग का आह्वान

पीएम मोदी ने लिखा, "राष्ट्रपति लूला के साथ बेहतरीन बातचीत हुई। ब्राज़ील की मेरी यात्रा को सार्थक बनाने के लिए उनका धन्यवाद। हम व्यापार, ऊर्जा, तकनीक, रक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। 'ग्लोबल साउथ' के देशों के बीच जन-केंद्रित सहयोग सभी के हित में है।"


BRICS को एकजुट करने की लूला की कोशिश

ट्रंप की टैरिफ नीति के बाद, लूला BRICS देशों को एक मंच पर लाने के लिए सक्रिय हैं। उन्होंने संकेत दिया कि वे शी जिनपिंग (चीन) और नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर इस मुद्दे पर साझा रणनीति बनाने की योजना बना रहे हैं। उनका मानना है कि अमेरिका का निर्णय केवल दो देशों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह वैश्विक व्यापार प्रणाली की स्थिरता को भी प्रभावित कर सकता है।


G20 और BRICS में सामूहिक प्रतिक्रिया की तैयारी

लूला ने याद दिलाया कि G20 में BRICS के 10 सदस्य देश शामिल हैं, और ब्राज़ील की मौजूदा BRICS अध्यक्षता इस मुद्दे पर साझा रुख अपनाने का एक सुनहरा अवसर है। उन्होंने रूस, दक्षिण अफ्रीका, भारत और चीन जैसे देशों के साथ मिलकर अमेरिका की टैरिफ नीति का एक सशक्त जवाब तैयार करने की आवश्यकता बताई।


खुले संवाद को प्राथमिकता

दोनों नेताओं ने यह सहमति भी जताई कि वैश्विक और क्षेत्रीय चुनौतियों पर विचार-विमर्श के लिए संवाद और संपर्क को लगातार बनाए रखा जाएगा। कृषि, स्वास्थ्य, और लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा देने के लिए भी सहयोग की दिशा में ठोस कदम उठाने की बात हुई।