भारत का इजरायल-गाजा संघर्ष पर रुख: कांग्रेस की आलोचना
भारत का इजरायल-गाजा संघर्ष पर रुख
इजरायल और गाजा के बीच संघर्ष: इजरायल और गाजा के बीच का विवाद लंबे समय से जारी है। इजरायल ने गाजा पट्टी पर लगातार हमले किए हैं। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र और कई देशों ने इन दोनों के बीच शांति स्थापित करने के प्रयास किए हैं। यूएनजीए ने इस संबंध में एक प्रस्ताव भी तैयार किया है।
इस प्रस्ताव के समर्थन में 149 देशों ने मतदान किया, जबकि भारत उन 19 देशों में से एक है, जिन्होंने मतदान से दूरी बनाई। कांग्रेस पार्टी ने इस मुद्दे पर भारत सरकार की नीति की आलोचना की है। कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी वाड्रा, पवन खेड़ा और केसी वेणुगोपाल ने इस निर्णय को नैतिक कूटनीति के लिए खतरा बताया है।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
भारत की विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को ट्वीट किया कि भारत की विदेश नीति अब संकट में है। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी को अपने विदेश मंत्री की गलतियों पर ध्यान देना चाहिए।" उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब इस प्रस्ताव पर मतदान न करके अलग-थलग पड़ गया है।
प्रियंका गांधी की आलोचना
प्रियंका गांधी का बयान
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भारत सरकार के इस निर्णय को शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि यह कदम उपनिवेशवाद विरोधी विरासत के खिलाफ है। प्रियंका ने कहा, "जब नेतन्याहू किसी देश को नष्ट कर रहे हैं, हम इस पर चुप हैं और जश्न मना रहे हैं।" उन्होंने यह भी बताया कि इजरायली हमलों में 60 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं।