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भारत का स्वदेशी मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर 'पिनाका' करेगा तोपखाने क्षमताओं को मजबूत

मेजर जनरल वी आर्य ने हाल ही में भारत के स्वदेशी मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर 'पिनाका' की क्षमताओं पर प्रकाश डाला। यह प्रणाली 44 सेकंड में 12 रॉकेट दागने में सक्षम है और इसकी मारक क्षमता 90 किलोमीटर तक है। पिनाका का विकास DRDO द्वारा किया गया है, जो भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जानें इस प्रणाली के बारे में और कैसे यह भारतीय सेना की युद्ध तत्परता को बढ़ाएगी।
 

पिनाका प्रणाली की क्षमताएँ

मेजर जनरल वी आर्य, जो भारतीय सेना के तोपखाने विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक हैं, ने शुक्रवार को बताया कि भारत का स्वदेशी मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) सिस्टम, 'पिनाका', देश की तोपखाने क्षमताओं को आने वाले वर्षों में महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा। उन्होंने 'पिनाका' प्रणाली की प्रभावशाली विशेषताओं पर ध्यान केंद्रित किया। यह प्रणाली 44 सेकंड में 12 रॉकेट दागने की क्षमता रखती है, जिससे दुश्मन पर त्वरित और प्रभावी हमला किया जा सकता है।


पिनाका मार्क-I की मारक क्षमता 40 किलोमीटर है, जबकि पिनाका मार्क-II और एक्सटेंडेड रेंज (ER) संस्करण 60 किलोमीटर तक लक्ष्य भेद सकते हैं। नवीनतम एक्सटेंडेड रेंज संस्करण की मारक क्षमता 90 किलोमीटर तक है। मेजर जनरल आर्य ने पिनाका की सटीकता और गतिशीलता की प्रशंसा की, जिसमें उन्नत नेविगेशन, मार्गदर्शन और नियंत्रण प्रणाली शामिल है, जो इसे विभिन्न युद्ध परिदृश्यों में प्रभावी बनाती है।


उन्होंने कहा कि पिनाका प्रणाली प्रधानमंत्री के 'आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है। यह भारत की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने और विदेशी प्रणालियों पर निर्भरता कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मेजर जनरल आर्य ने यह भी बताया कि पिनाका के साथ-साथ के-9 वज्र सेल्फ-प्रोपेल्ड हॉवित्जर जैसी अन्य स्वदेशी प्रणालियाँ भारतीय सेना को आधुनिक युद्ध की आवश्यकताओं के लिए तैयार कर रही हैं। पिनाका का विकास रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा किया गया है, जो भारत की स्वदेशी रक्षा प्रौद्योगिकी में बढ़ती क्षमता को दर्शाता है। यह भारतीय सशस्त्र बलों की मारक क्षमता और युद्ध तत्परता को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा।