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भारत की अर्थव्यवस्था में सुधारों का प्रभाव: वित्त मंत्री का बयान

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में भारत की अर्थव्यवस्था में किए गए सुधारों की सफलता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि पिछले 11 वर्षों में किए गए ढांचागत सुधारों ने भारत को वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाया है। सीतारमण ने छात्रों को 'विकसित भारत @ 2047' के लक्ष्य में योगदान देने के लिए प्रेरित किया और कहा कि वे केवल नौकरी पाने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले बनें। इस लेख में जानें कि कैसे भारत ने 'कमजोर 5' से निकलकर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
 

आर्थिक सुधारों की सफलता

नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में कहा कि पिछले एक दशक में किए गए ढांचागत सुधारों ने भारत की आर्थिक संरचना को पूरी तरह से बदल दिया है। उन्होंने बताया कि आज भारत की अर्थव्यवस्था न केवल मजबूत है, बल्कि वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में भी पहले से अधिक सक्षम और लचीली बन गई है।

आईआईएम काशीपुर के 12वें दीक्षांत समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए, वित्त मंत्री ने 2013 के समय को याद किया जब भारत को "कमजोर 5" (Fragile Five) देशों में गिना जाता था, जिसमें ब्राजील, भारत, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका और तुर्की शामिल थे।

उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, सरकार ने केवल सतही बदलावों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय अर्थव्यवस्था में गहरे सुधार किए हैं। इन सुधारों के परिणामस्वरूप, भारत अब 'कमजोर 5' की श्रेणी से बाहर निकलकर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, और 2027 तक हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर हैं।"

वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि वर्तमान में भारत में महंगाई नियंत्रित है और विदेशी मुद्रा भंडार अपने उच्चतम स्तर पर है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे बड़े वैश्विक संकटों के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूती से खड़ी रही, जो इन सुधारों की सफलता का प्रमाण है।

सीतारमण ने आईआईएम के छात्रों से अपील की कि वे इस नए और आत्मविश्वासी भारत के 'पथ-प्रदर्शक' बनें। उन्होंने छात्रों को 'विकसित भारत @ 2047' के लक्ष्य में योगदान देने के लिए प्रेरित किया और कहा, “आप केवल नौकरी पाने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले बनें और देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।”