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भारत की आतंकवाद विरोधी नीति: विदेश मंत्री जयशंकर का स्पष्ट संदेश

विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने लोकसभा में पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को समर्थन देने के मुद्दे पर भारत की नीति को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि भारत की प्रतिक्रिया केवल एक ऑपरेशन तक सीमित नहीं होगी और वीज़ा प्रतिबंध जारी रहेंगे। जयशंकर ने यह भी बताया कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान का असली चेहरा उजागर किया है। उनकी बातों से यह स्पष्ट होता है कि भारत की सुरक्षा और संप्रभुता सर्वोपरि है।
 

पाकिस्तान के आतंकवाद को उजागर करना

विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने सोमवार को लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत ने लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को समर्थन देने के इतिहास को उजागर किया है। उन्होंने बताया कि नई दिल्ली ने बार-बार यह साबित किया है कि पाकिस्तान न केवल आतंकवादी संगठनों को शरण देता है, बल्कि उन्हें प्रोत्साहित भी करता है।


भारत की कठोर नीति

जयशंकर ने कहा, "हमने वैश्विक नेताओं को यह बताया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर कायम है और हमें अपने देश और नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाने का अधिकार है।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत की प्रतिक्रिया केवल एक ऑपरेशन तक सीमित नहीं होगी।


वीज़ा प्रतिबंधों का जारी रहना

उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान के नागरिकों पर लगाए गए वीज़ा प्रतिबंध पहले की तरह लागू रहेंगे। जयशंकर ने कहा, "यह प्रतिबंध भारत की व्यापक आतंकवाद-विरोधी रणनीति का हिस्सा है। हम किसी भी प्रयास को सफल नहीं होने देंगे जो हमारी सुरक्षा को खतरे में डाले।"


पाकिस्तान का असली चेहरा

विदेश मंत्री ने कहा कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान का असली चेहरा उजागर किया है। उन्होंने बताया कि भारत ने विभिन्न मंचों पर पाकिस्तान की भूमिका का पर्दाफाश किया है, जिससे वैश्विक समुदाय अब यह स्वीकार करने लगा है कि आतंकवाद की जड़ें कहां हैं।


राष्ट्रीय सुरक्षा की प्राथमिकता

जयशंकर ने संसद को आश्वस्त किया कि भारत की विदेश नीति और कूटनीतिक रणनीति पूरी तरह से राष्ट्रहित और सुरक्षा को प्राथमिकता देती है। उन्होंने दोहराया कि हम हर मंच पर यह संदेश स्पष्ट कर चुके हैं कि भारत की संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा।