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भारत की हार के बाद जडेजा की पारी पर शास्त्री की तीखी टिप्पणी

भारत की इंग्लैंड के खिलाफ हार के बाद, जडेजा की पारी पर पूर्व कोच रवि शास्त्री ने अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने जडेजा को अधिक आक्रामक खेलने की सलाह दी, यह कहते हुए कि अगर जडेजा में बेन स्टोक्स जैसा आत्मविश्वास होता, तो वह भारत के लिए एक बड़े मैच विनर साबित हो सकते थे। जानें जडेजा की पारी और शास्त्री की आलोचना के बारे में विस्तार से।
 

भारत की हार का असर

भारत को इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में मिली हार को एक हफ्ते से अधिक समय हो चुका है, लेकिन यह हार अभी भी क्रिकेट प्रेमियों के मन में ताजा है। इस मैच में भारत को 22 रन से हार का सामना करना पड़ा, हालांकि टीम ने अंत तक संघर्ष किया। अब सभी की नजरें अगली श्रृंखला पर हैं, जो मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली है। लेकिन, पिछले मैच की हार का असर अभी भी सभी के दिमाग में है, खासकर उस समय जब भारत का स्कोर 112/8 था और हार निश्चित लग रही थी।


जडेजा का अदम्य साहस

भारत के निचले क्रम ने अद्भुत साहस दिखाया, जिसमें रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, और मोहम्मद सिराज ने महत्वपूर्ण साझेदारियां कीं। जडेजा ने अकेले एक छोर संभाला और नितीश रेड्डी के साथ 35, बुमराह के साथ 30 और सिराज के साथ 23 रन की साझेदारी की। इन साझेदारियों ने भारत को उम्मीद दी, जो पहले असंभव लग रही थी। जडेजा ने 181 गेंदों पर 61 रन बनाकर नाबाद रहते हुए टीम का स्कोर 172 तक पहुंचाया। हालांकि, उनकी पारी पर राय विभाजित थी। कुछ का मानना था कि जडेजा को और आक्रामक होना चाहिए था, जबकि अन्य का कहना था कि उनका सुरक्षित खेल ही बेहतर था।


शास्त्री की आलोचना

पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने जडेजा की पारी पर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जडेजा को अधिक आक्रामक होना चाहिए था। शास्त्री ने ऑन एयर कमेंट्री के दौरान जडेजा से यह अपील की कि वे गेंदबाजों के खिलाफ जोखिम लें, खासकर शोएब बशीर और जो रूट के खिलाफ। उन्होंने कहा, "मैंने सोचा था कि लंच से पहले का समय था, जब नितीश और जडेजा बल्लेबाजी कर रहे थे। इनमें से किसी एक को आगे बढ़कर खेलना चाहिए था क्योंकि गेंद थोड़ी सख्त थी। अगर वे ऐसा करते तो इस अंतर को 40 तक कम कर सकते थे और फिर आराम से खेल सकते थे।"


जडेजा और स्टोक्स की तुलना

रवींद्र जडेजा की पारी इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की 2019 एशेज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई शानदार पारी से कुछ हद तक मिलती है। स्टोक्स ने आखिरी तीन विकेटों के साथ 101 रन जोड़े थे और अकेले दम पर इंग्लैंड को जीत दिलाई थी। हालांकि, जडेजा स्टोक्स की तरह बड़े शॉट नहीं खेलते, फिर भी शास्त्री का मानना है कि जडेजा में वही आत्मविश्वास और आक्रामकता होती, तो वह भारत के लिए एक बड़े मैच विनर साबित हो सकते थे।


शास्त्री की सलाह

शास्त्री ने कहा, "अगर जडेजा में स्टोक्स जितना आत्मविश्वास होता, तो वह भारत के लिए बहुत अधिक मैच जिताते। उनकी क्षमता पर कोई संदेह नहीं है। बस उन्हें जिम्मेदारी लेनी होगी और खेल में आक्रामकता दिखानी होगी। जडेजा ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में तीन तिहरे शतक लगाए हैं, इसका मतलब है कि उनके अंदर बड़ी पारी खेलने की क्षमता है।"