भारत के ओमान और न्यूजीलैंड के साथ व्यापार समझौते की संभावनाएं
भारत का ओमान और न्यूजीलैंड के साथ व्यापार
पिछले वित्त वर्ष में भारत का ओमान के साथ कुल व्यापार 10.6 बिलियन डॉलर रहा, जबकि न्यूजीलैंड के साथ यह आंकड़ा 1.3 बिलियन डॉलर था। भारत को उम्मीद है कि इन देशों के साथ व्यापारिक समझौतों से सेवा क्षेत्र में और अधिक विस्तार होगा।
सूत्रों के अनुसार, इस वर्ष के अंत से पहले भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुक्त व्यापार समझौता होने की संभावना है। हाल ही में ओमान के साथ भी ऐसा ही एक समझौता किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाग लिया। अमेरिका द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद, भारत सरकार का ध्यान अन्य देशों के साथ व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने पर केंद्रित है। यह नीति सही दिशा में है, लेकिन यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या इससे अमेरिका के साथ व्यापार में होने वाले संभावित नुकसान की भरपाई हो सकेगी।
भारत का ओमान के साथ व्यापार पिछले वित्त वर्ष में 10.6 बिलियन डॉलर था, और न्यूजीलैंड के साथ यह 1.3 बिलियन डॉलर रहा। भारत को उम्मीद है कि इन समझौतों से सेवा क्षेत्र में और अधिक अवसर मिलेंगे। हालांकि, मुख्य चुनौती उन क्षेत्रों के लिए नए बाजारों की खोज करना है, जो अमेरिकी टैरिफ से प्रभावित हुए हैं। नवंबर में अमेरिका के लिए भारत का निर्यात 22 प्रतिशत बढ़ा, लेकिन व्यापार क्षेत्र ने इसे राहत के रूप में नहीं देखा।
इस वृद्धि का कारण पहले से प्राप्त ऑर्डर की पूर्ति और व्यापारिक समझौतों की उम्मीद में निर्यातकों द्वारा मुनाफे को न्यूनतम रखते हुए ग्राहकों को बनाए रखने की कोशिश को माना गया है। उल्लेखनीय है कि मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे उत्पादों में बड़ी वृद्धि हुई है, जिन्हें ट्रंप प्रशासन ने टैरिफ से मुक्त रखा था। अमेरिका के साथ जल्द व्यापारिक समझौते की उम्मीद कमजोर पड़ गई है, जिससे प्रभावित क्षेत्रों के लिए नए बाजारों की खोज की चुनौती बनी हुई है। यह देखना भी महत्वपूर्ण होगा कि जिन देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते हुए हैं, वहां की वस्तुओं के लिए भारतीय बाजार खोलने का क्या प्रभाव पड़ेगा।