भारत-चीन संबंधों में नई दिशा: अजीत डोभाल और वांग यी की महत्वपूर्ण बैठक
अजीत डोभाल और वांग यी की मुलाकात
अजीत डोभाल: सोमवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने बीजिंग में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की। यह बैठक भारत-चीन संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखी जा रही है, विशेषकर 2020 में पूर्वी लद्दाख में हुए सैन्य गतिरोध के बाद।
वांग यी ने कहा कि दोनों देशों को एक अच्छे पड़ोसी के रूप में मित्रता और सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में काम करना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि आपसी लाभकारी संबंधों के निर्माण के लिए दोनों पक्षों को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है और संवेदनशील मुद्दों को सुलझाने के लिए सामूहिक रूप से कार्य करना चाहिए।
यह यात्रा भारत-चीन संबंधों में सामान्य स्थिति को बहाल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। अजीत डोभाल ने बैठक के दौरान क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए आतंकवाद से निपटने की आवश्यकता पर जोर दिया। उनका यह बयान पाकिस्तान में भारत द्वारा आतंकवादी ठिकानों पर की गई कार्रवाई के कुछ हफ्तों बाद आया है।
भारत-चीन संबंधों की समीक्षा
भारत-चीन संबंधों की समीक्षा
अजीत डोभाल और वांग ने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की और हालिया घटनाक्रमों की समीक्षा की। दोनों पक्षों ने यह स्वीकार किया कि लोगों के बीच जुड़ाव बढ़ाना और समग्र विकास को प्रोत्साहित करना आवश्यक है।
चीन में भारत के दूत जू फेइहोंग के अनुसार, वांग ने कहा कि भारत-चीन संबंधों में सकारात्मक प्रगति हुई है और यह महत्वपूर्ण है कि दोनों देश आपसी विश्वास बनाते हुए व्यावहारिक मुद्दों को हल करें। उन्होंने कहा, 'जब ड्रैगन और हाथी एक साथ नृत्य करेंगे, तभी जीत-जीत का परिणाम मिलेगा।'
सुरक्षा और सहयोग को बढ़ावा
सुरक्षा और सहयोग को बढ़ावा
अजीत डोभाल ने कहा कि भारत शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों के साथ सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए तत्पर है। उन्होंने चीन के साथ द्विपक्षीय और बहुपक्षीय क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने का आह्वान किया।