भारत ने अमेरिका के साथ रक्षा खरीद वार्ता रोकने की खबरों का किया खंडन
भारत ने हाल ही में उन मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया है, जिनमें कहा गया था कि उसने अमेरिका के साथ रक्षा खरीद वार्ता रोक दी है। रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि सभी प्रक्रियाएं सामान्य रूप से चल रही हैं। इस बीच, भारत और अमेरिका के बीच 31,500 करोड़ रुपये की बोइंग डील पर भी चर्चा हो रही है, जिसमें लागत में वृद्धि के कारण स्थगन की बातें सामने आई हैं। जानें इस महत्वपूर्ण मुद्दे के बारे में और क्या जानकारी मिली है।
Aug 8, 2025, 18:36 IST
भारत का स्पष्ट खंडन
नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच चल रहे टैरिफ विवाद के बीच, भारत ने शुक्रवार को उन मीडिया रिपोर्टों का सख्त खंडन किया है, जिनमें दावा किया गया था कि उसने अमेरिका के साथ रक्षा खरीद पर चर्चा रोक दी है। रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि विभिन्न खरीद मामलों में प्रक्रियाएं सामान्य रूप से चल रही हैं। यह स्पष्टीकरण तब आया जब कई मीडिया संस्थानों ने रिपोर्ट किया कि नई दिल्ली ने अमेरिकी हथियारों और विमानों की खरीद योजना को स्थगित कर दिया है। रिपोर्टों में तीन भारतीय अधिकारियों का हवाला दिया गया था, जो इस मामले से परिचित थे।
बोइंग डील का संदर्भ
भारत और अमेरिका के बीच 31,500 करोड़ रुपये की बोइंग डील हुई थी। 2021 में, अमेरिकी विदेश विभाग ने 2.42 बिलियन अमेरिकी डॉलर में छह अतिरिक्त बोइंग पी-8आई समुद्री गश्ती विमानों के सौदे को मंजूरी दी थी। द फाइनेंशियल एक्सप्रेस के अनुसार, रक्षा सूत्रों ने बताया कि भारत ने परियोजना की लागत में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि के कारण सौदे को स्थगित करने का निर्णय लिया है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि रक्षा मंत्रालय ने रणनीतिक पुनर्मूल्यांकन करने का निर्णय लिया है, जिसमें मूल्य वृद्धि, भूराजनीति और रणनीतिक स्वायत्तता जैसे कारक महत्वपूर्ण होंगे।
बोइंग पी-8 पोसाइडन की विशेषताएँ
बोइंग पी-8 पोसाइडन एक बहु-मिशन समुद्री गश्ती विमान है, जो टोही, खुफिया जानकारी एकत्र करने, खोज और बचाव कार्यों और पनडुब्बी रोधी अभियानों में माहिर है। बोइंग की वेबसाइट के अनुसार, यह विमान 490 नॉट की अधिकतम गति से 41,000 फीट की ऊँचाई तक उड़ान भर सकता है और लंबी दूरी के गश्ती अभियानों के लिए ईंधन भरने की प्रणाली से लैस है।