भारत ने पाकिस्तान के आरोपों को किया खारिज: उत्तरी वजीरिस्तान हमले में नहीं है कोई भूमिका
भारत ने पाकिस्तान के आरोपों को सख्ती से खारिज किया
भारत ने रविवार को पाकिस्तान द्वारा उत्तरी वजीरिस्तान में हुए आत्मघाती हमले के लिए उसे जिम्मेदार ठहराने के आरोप को पूरी तरह से खारिज कर दिया। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान सेना के बयान को 'अवमानना के योग्य' करार देते हुए कहा कि भारत का इस हमले से कोई संबंध नहीं है और यह आरोप पूरी तरह से निराधार और भ्रामक है।
वजीरिस्तान में आत्मघाती हमले की जानकारी
शनिवार को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरी गाड़ी को पाकिस्तानी सैन्य काफिले में घुसा दिया। इस हमले में कम से कम 16 सैनिकों की मौत हो गई और दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए। प्रारंभ में मरने वालों की संख्या 13 बताई गई थी, लेकिन बाद में यह बढ़कर 16 हो गई।
तालिबान गुट ने हमले की जिम्मेदारी ली
इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान तालिबान के एक प्रमुख गुट, हाफिज गुल बहादुर समूह की आत्मघाती शाखा ने ली है। इसके बावजूद, पाकिस्तानी सेना और इस्लामाबाद के अधिकारियों ने विदेशी हाथ की बात उठाते हुए अप्रत्यक्ष रूप से भारत पर आरोप लगाया। नई दिल्ली ने इन आरोपों को 'दुर्भावनापूर्ण और बेबुनियाद' बताया है।
हमले से नागरिकों को भी नुकसान
स्थानीय पुलिस अधिकारियों के अनुसार, विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आसपास के दो घरों की छतें ढह गईं, जिससे छह बच्चे घायल हो गए। घटनास्थल पर तबाही का मंजर था और आसपास के लोग दहशत में आ गए।
पाकिस्तान की रणनीति पर सवाल
विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान, विशेषकर उसकी सेना, अक्सर अपनी आंतरिक सुरक्षा विफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराने की रणनीति अपनाती है। हाफिज गुल बहादुर समूह जैसे संगठनों की सक्रियता और जिम्मेदारी स्वीकारने के बावजूद भारत पर उंगली उठाना इस्लामाबाद की राजनीतिक नीयत पर सवाल खड़े करता है। भारत ने स्पष्ट किया है कि वह पाकिस्तान के इस 'सस्ती साजिश' वाले दावे को सिरे से खारिज करता है और उम्मीद करता है कि इस्लामाबाद अपनी ज़मीन पर मौजूद आतंकियों से निपटने पर ध्यान दे, न कि दूसरों को दोष देने पर।