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भारत-बांग्लादेश सीमा पर BSF जवान का अपहरण और सुरक्षित वापसी

शनिवार की सुबह, बांग्लादेशी गौ-तस्करों ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक BSF जवान का अपहरण कर लिया। हालांकि, जवान को बाद में बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड के हवाले कर दिया गया। इस घटना के बाद, दोनों देशों के सुरक्षा बलों के बीच बातचीत शुरू हुई है ताकि जवान की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके। बांग्लादेशी मीडिया ने इस मामले में अलग दावे किए हैं। जानें इस घटना का पूरा विवरण।
 

BSF जवान का अपहरण

समाचार : भारत और बांग्लादेश के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शनिवार की सुबह बांग्लादेशी गौ-तस्करों ने एक BSF जवान का अपहरण कर लिया। हालांकि, कुछ समय बाद जवान को बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड के हवाले कर दिया गया और उनकी सुरक्षित वापसी की प्रक्रिया शुरू की गई।


घटना का विवरण

यह घटना पश्चिम बंगाल के कोचबिहार जिले के मेखलीगंज क्षेत्र में सुबह लगभग 4:45 बजे हुई। BSF के सूत्रों के अनुसार, अपहृत जवान का नाम बेद प्रकाश है, जो BSF की 174वीं बटालियन में तैनात हैं और अर्जुन कैंप से जुड़े हुए हैं।


तस्करों का हमला

जानकारी के अनुसार, ड्यूटी के दौरान BSF जवानों ने देखा कि सीमा के एक खाली हिस्से से मवेशियों का झुंड भारतीय क्षेत्र में घुस आया है। तस्करों को रोकने के लिए जवान आगे बढ़े, लेकिन घनी धुंध के कारण बेद प्रकाश अपने साथियों से अलग हो गए। इसी का फायदा उठाकर बांग्लादेशी गौ-तस्करों ने उन्हें घेर लिया और मवेशियों के साथ बांग्लादेश की सीमा में ले गए।


BSF की कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही BSF सेक्टर कमांडर ने बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड से संपर्क किया। BGB ने BSF को बताया कि भारतीय जवान पूरी तरह सुरक्षित हैं और वर्तमान में बांग्लादेश के बीओपी आंगारपोटा में हैं। बाद में तस्करों ने जवान को BGB के हवाले कर दिया। BSF अधिकारियों के अनुसार, जवान को सुरक्षित भारत वापस लाने के लिए फ्लैग मीटिंग और कूटनीतिक बातचीत जारी है।


बांग्लादेशी मीडिया का दावा

इस मामले पर बांग्लादेशी मीडिया ने अलग दावा किया है। BD News 24 के अनुसार, BSF जवान गलती से सीमा पार कर बांग्लादेश की ओर 50 से 100 मीटर अंदर चले गए थे, जिसके बाद नियमित गश्त कर रही BGB टीम ने उन्हें हिरासत में लिया। फिलहाल, दोनों देशों के सुरक्षा बलों के बीच समन्वय से जवान की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने की प्रक्रिया चल रही है।