भारत में अपाचे हेलीकॉप्टरों की पहली खेप का आगमन
अपाचे हेलीकॉप्टरों का पहला बैच भारत पहुंचा
नई दिल्ली: भारत ने दुनिया के सबसे उन्नत अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टरों की पहली खेप प्राप्त की है, जो भारतीय सेना की ताकत को और बढ़ाएगी। सैन्य अधिकारियों के अनुसार, ये हेलीकॉप्टर अमेरिका से आए हैं और इन्हें जल्द ही जोधपुर में तैनात किया जाएगा। इन हेलीकॉप्टरों के शामिल होने से भारतीय सेना की परिचालन क्षमताओं में वृद्धि होगी।
भारतीय सेना के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण
अधिकारियों ने सोशल मीडिया पर बताया कि यह भारतीय सेना के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, क्योंकि अपाचे हेलीकॉप्टरों का पहला बैच आज भारत पहुंचा है। अमेरिकी रक्षा कंपनी बोइंग द्वारा निर्मित ये हेलीकॉप्टर भारतीय सेना की क्षमताओं को काफी मजबूत करेंगे।
राजनाथ सिंह ने की थी तेजी से डिलीवरी की मांग
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी रक्षा सचिव से बातचीत में इन हेलीकॉप्टरों और जीई एफ404 इंजनों की तेजी से डिलीवरी की मांग की थी। हालांकि, भारतीय सेना को इन हेलीकॉप्टरों की पहली खेप में लगभग 15 महीने की देरी हुई है। अपाचे लड़ाकू विमान भारतीय एलसीए तेजस की ताकत को भी बढ़ाएंगे।
600 मिलियन डॉलर का समझौता
भारत और अमेरिका ने 2015 में भारतीय वायु सेना के लिए 22 हेलीकॉप्टर खरीदने का अनुबंध किया था, और 2020 में सेना के लिए छह अतिरिक्त अपाचे हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए 600 मिलियन डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किए। AH-64E अपाचे को दुनिया के सबसे उन्नत हमलावर हेलीकॉप्टरों में से एक माना जाता है।
अपाचे कई प्रमुख सेनाओं में सक्रिय
संयुक्त राज्य अमेरिका के अलावा, अपाचे यूनाइटेड किंगडम, इजराइल और मिस्र जैसी कई प्रमुख सेनाओं में सक्रिय सेवा में है। यह हेलीकॉप्टर 30 मिमी चेन गन, लेजर और रडार-निर्देशित हेलफायर मिसाइलों से लैस है, जो इसे जमीनी खतरों को नाकाम करने में सक्षम बनाता है। इसकी एक प्रमुख विशेषता रोटर के ऊपर लगा लॉन्गबो रडार है, जो लक्ष्यों का पता लगाने और ट्रैक करने में मदद करता है।