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भारत में ई-पासपोर्ट: नई तकनीक से यात्रा में सुविधा

भारत ने हाल ही में बायोमेट्रिक ई-पासपोर्ट लॉन्च किया है, जो अंतरराष्ट्रीय यात्रा को सरल और सुरक्षित बनाने में मदद करेगा। इस नई तकनीक के माध्यम से यात्रियों की पहचान की प्रक्रिया तेज होगी और सुरक्षा मानकों में सुधार होगा। ई-पासपोर्ट में एक चिप होती है, जो महत्वपूर्ण जानकारी को सुरक्षित रखती है। जानें इसके लाभ और कैसे यह भारत की अंतरराष्ट्रीय साख को मजबूत करेगा।
 

ई-पासपोर्ट का महत्व

E-Passport: पासपोर्ट एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जिसका उपयोग हर व्यक्ति अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए करता है। यह पहचान के प्रमाण के रूप में भी कार्य करता है। समय-समय पर सरकार द्वारा पासपोर्ट से संबंधित नियमों में बदलाव किए जाते हैं। अब भारत ने चिप वाले बायोमेट्रिक ई-पासपोर्ट का उपयोग करने वाले देशों की सूची में अपनी जगह बना ली है।


नई तकनीक के लाभ

यह कदम देश के लिए महत्वपूर्ण है, जिससे लोग आसानी से अंतरराष्ट्रीय यात्रा कर सकेंगे। इस नई तकनीक से भारत की सीमाओं की सुरक्षा में सुधार होगा, पहचान धोखाधड़ी को रोका जा सकेगा, और यात्रियों की इमिग्रेशन प्रक्रिया भी तेज होगी। चिप वाले बायोमेट्रिक ई-पासपोर्ट में अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको, ब्राजील, फ्रांस, इटली, जापान सहित 120 से अधिक देश शामिल हैं।


ई-पासपोर्ट का लॉन्च

भारत में ई-पासपोर्ट को "पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम 2.0" के तहत अप्रैल 2024 में लॉन्च किया गया था। इसका परीक्षण पहले नागपुर, भुवनेश्वर, जम्मू, गोवा, शिमला, रायपुर, अमृतसर, जयपुर, चेन्नई, हैदराबाद, सूरत और रांची जैसे प्रमुख शहरों में किया गया। उम्मीद है कि 2025 के मध्य तक इसे पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा।


ई-पासपोर्ट की विशेषताएँ

ई-पासपोर्ट क्या है?


ई-पासपोर्ट अगली पीढ़ी का पासपोर्ट है, जिसमें पिछले कवर के अंदर एक विशेष चिप (RFID चिप) और एंटीना होता है। इस चिप में पासपोर्ट धारक की महत्वपूर्ण जानकारी जैसे नाम, जन्मतिथि, पासपोर्ट नंबर, फोटो और फिंगरप्रिंट सुरक्षित रूप से संग्रहीत होते हैं।


यह जानकारी एक विशेष तरीके से कोड की जाती है, ताकि इसे आसानी से न पढ़ा जा सके। डेटा की सुरक्षा के लिए बेसिक एक्सेस कंट्रोल (BAC), पैसिव ऑथेंटिकेशन (PA) और एक्सटेंडेड एक्सेस कंट्रोल (EAC) जैसी अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा तकनीकों का उपयोग किया गया है.


ई-पासपोर्ट के लाभ

इस पासपोर्ट के क्या लाभ हैं?


बायोमेट्रिक ई-पासपोर्ट अब सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा के लिए एक नई पहचान बन गए हैं। इनमें एक छोटी चिप होती है, जो इमिग्रेशन चेकपॉइंट पर आपकी पहचान तुरंत बता देती है। इससे ई-गेट के माध्यम से बिना किसी मैन्युअल जांच के तेजी से सीमा पार करना संभव हो जाता है। इससे लंबी कतारों में खड़े होने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है और यात्रियों को अधिक सुविधा मिलती है।


ई-पासपोर्ट की दिशा में भारत का कदम अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के सुरक्षा मानकों के अनुरूप है। इससे भारतीय यात्रियों को भी वही सुविधाएं मिलेंगी जो डिजिटल रूप से उन्नत देशों के नागरिकों को मिलती हैं। इसके साथ ही, यह वैश्विक स्तर पर भारत की साख को भी मजबूत करेगा।