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भारत में गिरफ्तार हुई अमेरिका की शीर्ष भगोड़ी सिंडी रोड्रिगेज सिंह

सिंडी रोड्रिगेज सिंह, जो अपने 6 वर्षीय बेटे की हत्या के आरोप में अमेरिका की शीर्ष 10 भगोड़ियों में शामिल थी, को भारत में गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी एफबीआई और भारतीय पुलिस के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है। सिंडी लंबे समय से भारत में छिपी हुई थी और अब उसे अमेरिका प्रत्यर्पित किया जाएगा। इस ऑपरेशन की सफलता पर एफबीआई निदेशक ने भारतीय पुलिस को धन्यवाद दिया है। जानें इस मामले की पूरी कहानी और गिरफ्तारी के पीछे की वजहें।
 

सिंडी रोड्रिगेज सिंह की गिरफ्तारी

नई दिल्ली/वाशिंगटन: अमेरिका की सबसे वांछित अपराधियों में से एक, सिंडी रोड्रिगेज सिंह, को भारत में गिरफ्तार किया गया है। वह अपने 6 वर्षीय बेटे की हत्या के आरोप में वांछित थी। यह गिरफ्तारी अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई और भारतीय पुलिस के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है। सिंडी लंबे समय से भारत में पहचान छिपाकर रह रही थी और अब उसे अमेरिका प्रत्यर्पित किया जाएगा, जहां उसके खिलाफ टेक्सास में मामला चलेगा।


एफबीआई के निदेशक काश पटेल ने सोशल मीडिया पर इस महत्वपूर्ण उपलब्धि की घोषणा की। उन्होंने बताया कि सिंडी पर मार्च 2023 में अपने बेटे की हत्या का गंभीर आरोप लगा था। यह मामला तब सामने आया जब टेक्सास के एवरमैन में उसका बेटा कई दिनों तक लापता रहा। जब पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, तो सिंडी ने अपने बेटे के बारे में झूठी जानकारी देकर उन्हें गुमराह करने की कोशिश की।


जांच के दौरान, जब पुलिस ने सिंडी पर दबाव डाला, तो वह अमेरिका से भागकर भारत आ गई। अक्टूबर 2023 में उसके खिलाफ बेटे की हत्या का मामला दर्ज किया गया और नवंबर 2023 में गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया। एफबीआई ने सिंडी की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार डॉलर (लगभग 21 लाख रुपये) का इनाम भी घोषित किया था।


सिंडी, जो मैक्सिकन और भारतीय मूल की है, को पकड़ने के लिए एफबीआई ने इंटरपोल और भारतीय पुलिस से संपर्क किया। तीनों एजेंसियों के समन्वय से चलाए गए ऑपरेशन के बाद सिंडी को भारत में गिरफ्तार किया गया।


एफबीआई निदेशक काश पटेल ने इस सफल ऑपरेशन के लिए भारतीय पुलिस और प्रशासन को धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि पिछले सात महीनों में एफबीआई ने अपने शीर्ष 10 भगोड़ों में से चार को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। सिंडी को अब अमेरिका ले जाया जाएगा, जहां उसे टेक्सास पुलिस को सौंपा जाएगा।