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भारत में गिरफ्तार हुईं FBI की वांछित भगोड़ी सिंडी रोड्रिगेज़ सिंह: जानें पूरा मामला

एफबीआई ने भारत में सिंडी रोड्रिगेज़ सिंह को गिरफ्तार किया है, जो अपने बेटे की हत्या के आरोप में अमेरिका में वांछित थीं। इस मामले में इंटरपोल द्वारा जारी रेड नोटिस के बाद भारतीय अधिकारियों ने कार्रवाई की। जानें इस मामले की पूरी कहानी, जिसमें सिंह पर अपने बेटे की हत्या और अभियोजन से बचने के लिए भागने का आरोप है। क्या है इस गिरफ्तारी का महत्व? पढ़ें पूरी जानकारी।
 

सिंडी रोड्रिगेज़ सिंह की गिरफ्तारी

एफबीआई ने अपनी दस सबसे वांछित भगोड़ों की सूची में शामिल सिंडी रोड्रिगेज़ सिंह को भारत में गिरफ्तार किया है। सिंह पर टेक्सास में कई गंभीर आरोप हैं, जिनमें अपने छह साल के बेटे की हत्या और अभियोजन से बचने के लिए अवैध रूप से भागने का आरोप शामिल है। यह मामला उसके बेटे, नोएल रोड्रिगेज़ अल्वारेज़ की हत्या से संबंधित है।


अमेरिका से भागने का आरोप

सिंह पर आरोप है कि उसने अपने बेटे की हत्या के बाद अभियोजन से बचने के लिए अमेरिका छोड़ दिया। 3 अक्टूबर 2024 को इंटरपोल ने रोड्रिगेज़ सिंह के खिलाफ रेड नोटिस जारी किया, जिसे भारत सहित सभी सदस्य देशों को भेजा गया। इसके बाद भारतीय अधिकारियों को एक प्रत्यर्पण पैकेट सौंपा गया, जिससे उसकी गिरफ्तारी संभव हो सकी।


सिंह को अमेरिका भेजा गया

एफबीआई के निदेशक काश पटेल ने पुष्टि की कि भारतीय अधिकारियों और इंटरपोल के सहयोग से सिंह को गिरफ्तार किया गया। उसे अमेरिका भेज दिया गया है, जहां उसे टेक्सास के अधिकारियों के हवाले किया जाएगा। पटेल ने सोशल मीडिया पर भारतीय अधिकारियों का आभार व्यक्त किया और बताया कि एफबीआई के डलास और न्यूयॉर्क कार्यालयों ने इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


मामले का खुलासा

यह मामला तब सामने आया जब 20 मार्च, 2023 को टेक्सास के परिवार और सुरक्षा सेवा विभाग ने सिंह के बेटे की कल्याण जांच शुरू की। बच्चा अक्टूबर 2022 से लापता था और उसे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। जांच के दौरान, सिंह ने अधिकारियों को गुमराह किया और कहा कि उसका बेटा मैक्सिको में अपने जैविक पिता के पास है, लेकिन जांचकर्ताओं ने पुष्टि की कि बच्चा उस यात्रा में नहीं था।


22 मार्च 2023 को, सिंह और उनका परिवार भारत के लिए उड़ान भर गया। जुलाई 2023 में, एफबीआई ने सिंह को अपनी 'दस सर्वाधिक वांछित भगोड़ों' की सूची में शामिल किया। यह गिरफ्तारी पटेल के कार्यकाल में इस सूची से होने वाली चौथी गिरफ्तारी थी।