भारत में दो नई एयरलाइंस का आगमन, नागरिक उड्डयन क्षेत्र में बढ़ेगा प्रतिस्पर्धा
नागरिक उड्डयन में नई शुरुआत
भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र में दो नई एयरलाइंस का आगमन होने जा रहा है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अल हिंद एयर और फ्लाईएक्सप्रेस को नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) जारी किया है। ये एयरलाइंस अगले वर्ष से अपनी सेवाएं शुरू करने की योजना बना रही हैं। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब घरेलू विमानन बाजार में कुछ कंपनियों का वर्चस्व बढ़ता जा रहा है और सरकार प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहित करना चाहती है।
मंत्रालय की मंजूरी
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को दोनों नई एयरलाइंस को एनओसी प्रदान किया। केंद्रीय मंत्री के. राममोहन नायडू ने बताया कि पिछले सप्ताह उन्होंने शंख एयर, अल हिंद एयर और फ्लाईएक्सप्रेस की टीमों से मुलाकात की। शंख एयर को पहले ही एनओसी मिल चुका था, जबकि अन्य दो कंपनियों को इस सप्ताह मंजूरी दी गई।
बाजार में प्रतिस्पर्धा
वर्तमान में भारत में नौ घरेलू एयरलाइंस सक्रिय हैं, जिनमें इंडिगो और एयर इंडिया समूह मिलकर 90 प्रतिशत से अधिक बाजार हिस्सेदारी रखते हैं। हाल ही में क्षेत्रीय एयरलाइन फ्लाई बिग ने अपनी नियमित उड़ानें निलंबित कर दी थीं। नई एयरलाइंस के आगमन से यात्रियों को अधिक विकल्प मिलने की संभावना है।
अल हिंद एयर की रणनीति
केरल स्थित अलहिंद समूह द्वारा स्थापित अल हिंद एयर एक क्षेत्रीय कम्यूटर एयरलाइन के रूप में कार्य करेगी। यह कंपनी एटीआर 72-600 विमानों के बेड़े के साथ घरेलू उड़ानें शुरू करेगी, जिसका मुख्य केंद्र कोच्चि होगा। भविष्य में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की भी योजना बनाई गई है।
डुओपॉली की चिंता
नई एयरलाइंस को मंजूरी ऐसे समय में मिली है जब घरेलू बाजार में डुओपॉली को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं। हाल ही में इंडिगो को बड़े पैमाने पर उड़ान रद्द होने की समस्या का सामना करना पड़ा, जिससे लाखों यात्रियों पर असर पड़ा। इसके बाद सरकार और डीजीसीए ने हस्तक्षेप किया।
क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार
सरकार का मानना है कि उदान जैसी योजनाओं से छोटे और नए विमानन ऑपरेटरों को बढ़ावा मिला है। अल हिंद एयर और फ्लाईएक्सप्रेस के जुड़ने से छोटे शहरों की हवाई कनेक्टिविटी में सुधार होगा और विमानन क्षेत्र में संतुलन बढ़ेगा।