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भारत में मानसून की सक्रियता: भारी बारिश और बाढ़ की चेतावनी

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने देश के विभिन्न हिस्सों में मानसून की सक्रियता के बाद भारी बारिश और बाढ़ की चेतावनी जारी की है। दिल्ली-एनसीआर, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, और अन्य राज्यों में बारिश की संभावना है। लोगों को सावधानी बरतने और स्थानीय निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है। जानें किस क्षेत्र में क्या स्थिति है और मौसम का पूर्वानुमान क्या है।
 

भारत में मानसून का प्रभाव

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के विभिन्न हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून की सक्रियता के बाद विस्तृत मौसम पूर्वानुमान जारी किया है। कई राज्यों में आज भारी बारिश की संभावना जताई गई है, साथ ही बाढ़, जलभराव, आंधी और तेज़ हवाओं के लिए चेतावनी भी दी गई है। लोगों से सावधानी बरतने और स्थानीय निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।


दिल्ली-एनसीआर में बादलों का डेरा, गरज के साथ बारिश की उम्मीद: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आज आसमान में सामान्यतः बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। IMD के अनुसार, दोपहर और रात के समय 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाओं के साथ गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। दिन का तापमान 33°C से 35°C के बीच रहने का अनुमान है, जो सामान्य से कम है, हालांकि आर्द्रता का स्तर ऊँचा बना रहेगा। विभाग ने लोगों से तूफ़ान के दौरान खुले क्षेत्रों से बचने और बिजली व तेज़ हवाओं से सतर्क रहने की अपील की है।


पश्चिम बंगाल में इस हफ़्ते भी जारी रहेगी झमाझम बारिश: पश्चिम बंगाल में इस सप्ताह व्यापक वर्षा जारी रहेगी, जिसमें दक्षिण और उत्तर बंगाल के कई हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है। 25 से 27 जून के बीच हुगली, दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, झाड़ग्राम, पुरुलिया, बांकुरा और पश्चिम बर्धमान में भारी बारिश का अनुमान है। वहीं, उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार में 25, 28 और 29 जून को भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इससे जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और अलीपुरद्वार में बुधवार सुबह तक अचानक बाढ़ और भूस्खलन का ख़तरा बढ़ सकता है।


राजस्थान के लिए ऑरेंज अलर्ट: बाढ़ जैसे हालात: राजस्थान के कोटा, बूंदी, झालावाड़ और बारां ज़िलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जहाँ आज भारी बारिश की प्रबल संभावना है। बारां के कुछ हिस्सों में अचानक बाढ़ आने और पार्वती जैसी नदियों के उफान पर होने की ख़बरें मिली हैं, जिसके बाद ज़िला अधिकारी पूरी तरह से सतर्क हैं। बिजली चमकने के साथ छिटपुट तूफ़ान भी आ सकता है; निवासियों को सलाह दी गई है कि तेज़ मौसम की गतिविधियों के दौरान घर के अंदर ही रहें।


गुजरात में अत्यधिक भारी वर्षा का अनुमान: गुजरात के सूरत, नर्मदा, नवसारी, भरूच, वलसाड, तापी और दाहोद में आज भारी से बहुत भारी वर्षा, और कुछ स्थानों पर अत्यंत भारी वर्षा (20 सेमी से अधिक) होने का अनुमान है। IMD ने लोगों से तापी नदी के नज़दीक जाने से बचने और निचले शहरी क्षेत्रों में लगातार सावधानी बरतने की सलाह दी है।


हिमाचल प्रदेश में सक्रिय हुआ मानसून, भूस्खलन का ख़तराः हिमाचल प्रदेश में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है, और 30 जून तक निचले व मध्य पहाड़ी ज़िलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर के लिए आज के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। तेज़ वर्षा और पहाड़ी इलाक़ों के कारण अचानक बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने जैसी घटनाएँ संभव हैं। अधिकारियों ने कुल्लू, बिलासपुर और ऊना जैसे ज़िलों में जल क्रीड़ा और पर्यटन गतिविधियों को स्थगित करने की सलाह दी है।


पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ में और बारिश की उम्मीद: मानसून चंडीगढ़ और हरियाणा के बड़े हिस्से में आगे बढ़ गया है, और इस हफ़्ते और अधिक बारिश होने की उम्मीद है। 25-30 जून के बीच पंजाब (अमृतसर, लुधियाना, पटियाला) और हरियाणा (अंबाला, हिसार, करनाल, गुरुग्राम) में हल्की से मध्यम वर्षा का अनुमान है। अधिकांश क्षेत्रों में दिन का तापमान सामान्य से 2-4°C कम है।


पूर्वोत्तर भारत में जारी रहेगा हल्की से मध्यम बारिश का दौर: अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा में आज व्यापक रूप से हल्की से मध्यम वर्षा जारी रहने की संभावना है। अरुणाचल और मणिपुर के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। पहले से ही संतृप्त मिट्टी और लगातार बारिश के कारण कई पूर्वोत्तर ज़िलों में बाढ़ का ख़तरा मध्यम बना हुआ है। यात्रा में व्यवधान, भूस्खलन और जलभराव संभव है।


दक्षिण भारत में भी होगी झमाझम बारिश: केरल, कर्नाटक (तटीय और आंतरिक दोनों), आंध्र प्रदेश (तटीय) और तमिलनाडु में भारी वर्षा का अनुमान है। आंतरिक कर्नाटक और तटीय कर्नाटक में बहुत भारी वर्षा और तेज़ हवाओं (60 किमी प्रति घंटे तक) चलने की चेतावनी जारी की गई है। तेलंगाना और रायलसीमा में आंधी और बिजली गिरने की संभावना है। IMD ने कृषि क्षेत्रों में उचित जल निकासी की सलाह दी है और मछुआरों को केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और मन्नार की खाड़ी के तटीय जल में जाने से बचने की चेतावनी दी है।