भारत सरकार के सचिव ने यमुना एक्सप्रेसवे पर मेडिकल डिवाइसेज पार्क का दौरा किया
यमुना एक्सप्रेसवे पर मेडिकल डिवाइसेज पार्क का निरीक्षण
नई दिल्ली: यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के सेक्टर-28 में स्थित मेडिकल डिवाइसेज पार्क का दौरा भारत सरकार के फार्मास्युटिकल विभाग के सचिव अमित अग्रवाल और संयुक्त सचिव अमन शर्मा ने गुरुवार को किया। इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्यों की प्रगति का अवलोकन किया और अधिकारियों से विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने पार्क में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों की स्थिति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस पार्क में कुल 350 एकड़ भूमि में से 101 भूखंडों का आवंटन किया जा चुका है, जो भारत सरकार के सहयोग से विकसित हो रहा है।
विशेष कार्याधिकारी शैलेंद्र भाटिया ने मेडिकल डिवाइसेज पार्क से संबंधित एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने बताया कि कॉमन साइंटिफिक फैसिलिटी (सीएसएफ) का निर्माण दिसंबर 2026 तक पूरा होने की योजना है, जबकि गामा रेडिएशन सेंटर का कार्य मई 2027 तक समाप्त होने की संभावना है।
अमित अग्रवाल ने अधिकारियों और कंसल्टेंट्स को निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों को निर्धारित समय सीमा से पहले पूरा किया जाए और अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि मेडिकल डिवाइसेज पार्क को मेडिकल एजुकेशन, टेक्निकल एजुकेशन, टेस्टिंग और विशेषज्ञों से जोड़ा जाए ताकि एक मजबूत ईकोसिस्टम का निर्माण हो सके।
उन्होंने कहा, “हम इस पार्क को तकनीकी रूप से और अधिक सशक्त बनाने के लिए आईआईटी कानपुर जैसे संस्थानों के विशेषज्ञों को भी जोड़ सकते हैं, ताकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इनोवेशन के क्षेत्र में बेहतर उपयोग किया जा सके।”
समीक्षा बैठक के बाद, सचिव और संयुक्त सचिव ने पार्क का स्थल निरीक्षण किया और कॉमन साइंटिफिक फैसिलिटी बिल्डिंग्स की भौतिक प्रगति का अवलोकन किया। इस बैठक में एमडीपी प्रमोशन काउंसिल के कार्यकारी निदेशक प्रवीण मित्तल, जीएम परियोजना राजेंद्र भाटी, एजीएम स्मिता सिंह सहित कई कंपनियों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।