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भारतीय मिड साइज एसयूवी बाजार में नवंबर 2025 की बिक्री का विश्लेषण

नवंबर 2025 में भारतीय मिड साइज एसयूवी सेगमेंट में बिक्री के आंकड़ों में सालाना वृद्धि के बावजूद महीने दर महीने गिरावट देखी गई। महिंद्रा और टाटा जैसी कंपनियों की मजबूत स्थिति के साथ, विशेषज्ञों का मानना है कि त्योहारों के बाद मांग में कमी इसका मुख्य कारण है। इस लेख में, हम बिक्री के आंकड़ों, प्रमुख मॉडलों की प्रदर्शन और भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।
 

भारतीय ऑटो बाजार में मिड साइज एसयूवी की स्थिति

भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में मिड साइज एसयूवी सेगमेंट लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। नवंबर 2025 में इस सेगमेंट की कुल बिक्री में सालाना आधार पर वृद्धि देखी गई, लेकिन महीने दर महीने बिक्री में गिरावट आई है। त्योहारों के बाद मांग में कमी इसे प्रभावित करने वाला एक प्रमुख कारण माना जा रहा है।


मिड साइज एसयूवी की बढ़ती लोकप्रियता

भारतीय उपभोक्ताओं के बीच मिड साइज एसयूवी की मांग में लगातार वृद्धि हो रही है। इसके पीछे कई कारण हैं।



  • शहर और हाईवे दोनों के लिए उपयुक्त आकार

  • पर्याप्त स्पेस और मजबूत रोड प्रेजेंस

  • बेहतर फीचर्स और सुरक्षा तकनीक

  • हल्की ऑफ रोडिंग की क्षमता


विशेषज्ञों का मानना है कि यह सेगमेंट सेडान और बड़ी एसयूवी के बीच संतुलन बनाता है, जिससे यह परिवारों और युवा खरीदारों दोनों को आकर्षित करता है।


नवंबर 2025 की बिक्री के आंकड़े

नवंबर 2025 में मिड साइज एसयूवी सेगमेंट में लगभग 30,200 यूनिट्स की बिक्री हुई।



  • नवंबर 2024 की तुलना में बिक्री में 6.59 प्रतिशत की सालाना वृद्धि हुई।

  • अक्टूबर 2025 की तुलना में 23.42 प्रतिशत की मासिक गिरावट आई।


अक्टूबर में त्योहारों के चलते बिक्री 39,435 यूनिट तक पहुंच गई थी, जिससे नवंबर में गिरावट अधिक स्पष्ट हो गई।


महिंद्रा का दबदबा

महिंद्रा के तीन मॉडल इस सेगमेंट में शीर्ष पांच में शामिल रहे, जिससे कंपनी की बाजार हिस्सेदारी लगभग 77 प्रतिशत रही।


स्कॉर्पियो की बिक्री

महिंद्रा स्कॉर्पियो और स्कॉर्पियो एन की बिक्री नवंबर में 15,616 यूनिट रही।



  • सालाना आधार पर 22.92 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

  • महीने दर महीने 12.66 प्रतिशत की गिरावट आई।


विशेषज्ञों का मानना है कि स्कॉर्पियो की ब्रांड पहचान और मजबूत इंजन विकल्प इसकी निरंतर मांग का मुख्य कारण हैं।


XUV700 की बिक्री में कमी

महिंद्रा XUV700 की बिक्री घटकर 6,176 यूनिट रह गई।



  • सालाना आधार पर 32.13 प्रतिशत की कमी आई।

  • मासिक आधार पर 39.09 प्रतिशत की गिरावट आई।


विश्लेषकों का कहना है कि वेटिंग पीरियड और बढ़ती प्रतिस्पर्धा ने इसकी बिक्री को प्रभावित किया है।


टाटा हैरियर और सफारी की वापसी

टाटा हैरियर और सफारी ने सालाना आधार पर मजबूत सुधार दिखाया।



  • हैरियर में लगभग 3,771 यूनिट्स की वृद्धि हुई।

  • सफारी में करीब 1,895 यूनिट्स का इजाफा हुआ।


हैरियर की सालाना बिक्री में 174 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि देखी गई, हालांकि मासिक बिक्री में हल्की गिरावट आई।


इलेक्ट्रिक सेगमेंट में XEV 9e की बिक्री

महिंद्रा की इलेक्ट्रिक एसयूवी XEV 9e की नवंबर में 1,423 यूनिट्स बिकी।



  • बाजार हिस्सेदारी 4.71 प्रतिशत रही।

  • अक्टूबर में बिक्री 2,708 यूनिट और हिस्सेदारी 6.87 प्रतिशत थी।


विशेषज्ञ मानते हैं कि ईवी सेगमेंट में यह मॉडल भविष्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।


इंटरनेशनल ब्रांड्स की बिक्री में कमी

नवंबर में कई अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स की बिक्री दबाव में रही।



  • हुंडई अल्काज़ार: 840 यूनिट

  • एमजी हेक्टर: 278 यूनिट

  • जीप कंपास: 157 यूनिट


इन तीनों मॉडलों में सालाना आधार पर दो अंकों की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, एमजी हेक्टर की मासिक बिक्री में 23 प्रतिशत से अधिक की हल्की रिकवरी देखने को मिली।


प्रीमियम एसयूवी की स्थिति


  • VW Tiguan: 38 यूनिट

  • Hyundai Tucson: केवल 6 यूनिट

  • Citroen C5 Aircross: बिक्री शून्य रही


विशेषज्ञों का मानना है कि इन मॉडलों की ऊंची कीमत और सीमित नेटवर्क बिक्री को प्रभावित कर रहे हैं।


महत्वपूर्ण संकेत


  • मिड साइज एसयूवी भारतीय बाजार की दिशा तय कर रही हैं।

  • महिंद्रा और टाटा जैसी घरेलू कंपनियों की मजबूत पकड़।

  • त्योहारों के बाद मांग में उतार-चढ़ाव का संकेत।

  • इलेक्ट्रिक एसयूवी के लिए बढ़ती संभावनाएं।


भविष्य की संभावनाएं

आने वाले महीनों में कंपनियां नए वेरिएंट और अपडेट लॉन्च कर सकती हैं। साथ ही, साल के अंत और नई योजनाओं के चलते बिक्री में सुधार की उम्मीद की जा रही है।