भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में कटौती, होम लोन की दरें हुईं सस्ती
भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.50% की कटौती की है, जिससे होम लोन की दरें कम हो गई हैं। भारतीय स्टेट बैंक ने भी अपने ब्याज दरों में कमी की है, जिससे नए लोन लेने वालों को फायदा होगा। जानें इस बदलाव का प्रभाव और नई ब्याज दरों के बारे में।
Jun 14, 2025, 15:30 IST
रेपो रेट में कमी का प्रभाव
भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.50 प्रतिशत की कमी की है, जिससे होम लोन की लागत में गिरावट आई है। भारत के सबसे बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने भी अपने होम लोन के लिए ब्याज दरों में कटौती की है। SBI ने ब्याज दर को 0.50 प्रतिशत कम करने का निर्णय लिया है।
नए ब्याज दरों की जानकारी
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने लेंडिंग रेट में बदलाव किया है, जो 15 जून 2025 से प्रभावी होंगे। इस कटौती के बाद SBI के सभी लोन सस्ते हो जाएंगे। अब SBI की वार्षिक होम लोन की ब्याज दर 7.50 प्रतिशत से शुरू होगी। होम लोन मैक्सगैन ओवरड्राफ्ट के लिए ब्याज दर 7.75% से 8.70% के बीच रहेगी। इसके अलावा, टॉप अप होम लोन पर ब्याज दरें आठ प्रतिशत से 10.50 प्रतिशत के बीच निर्धारित की गई हैं।
अन्य बैंकों की स्थिति
हाल ही में, रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को छह प्रतिशत से 0.50 प्रतिशत कम किया था। इसके साथ ही, फिक्स्ड डिपॉजिट और लोन की ब्याज दरों में भी कटौती की गई है। SBI से पहले, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया सहित कई अन्य बैंकों ने भी ब्याज दरों में कमी की है। इस कटौती का लाभ उन ग्राहकों को मिलेगा जिनका लोन रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट से जुड़ा हुआ है।
नए लोन के लिए लाभ
आरबीआई की इस कटौती का फायदा SBI से नया होम लोन लेने वालों को भी मिलेगा। पहले SBI के नए होम लोन के लिए ब्याज दर आठ प्रतिशत थी, जो अब घटकर 7.50 प्रतिशत हो जाएगी। इसके अलावा, जो ग्राहक फ्लोटिंग रेट पर होम लोन ले चुके हैं, उन्हें भी इस बदलाव का लाभ मिलेगा। इससे उनकी ईएमआई में कमी आ सकती है या लोन की अवधि में बदलाव हो सकता है।