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भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा: ISS से लौटने के बाद की चुनौतियाँ

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से लौटने के बाद धरती पर चलने की प्रक्रिया शुरू की है। वे अंतरिक्ष में 18 दिन बिताने के बाद अब अपने शरीर को सामान्य स्थिति में लाने का प्रयास कर रहे हैं। इस लेख में जानें उनके अनुभव, शारीरिक बदलाव और क्वारंटीन प्रक्रिया के बारे में।
 

धरती पर लौटने की प्रक्रिया

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला हाल ही में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से लौटे हैं और अब वे धरती पर चलने की प्रक्रिया में हैं। यह प्रक्रिया उनके लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह अंतरिक्ष यात्रा के बाद सामान्य स्थिति में लौटने का एक हिस्सा है।


दूसरे भारतीय अंतरिक्ष यात्री

शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं और पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने ISS तक की यात्रा की। उन्होंने Axiom-4 मिशन के तहत लगभग 18 दिन अंतरिक्ष में बिताए।


सहारे से चलने का अभ्यास

सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो में शुभांशु शुक्ला को दो लोगों के सहारे चलते हुए देखा गया। यह वीडियो दर्शाता है कि वे धरती की गुरुत्वाकर्षण शक्ति के साथ सामंजस्य बिठाने का प्रयास कर रहे हैं।


शारीरिक बदलावों का अनुभव

शुक्ला ने इंस्टाग्राम पर लिखा, "मुझे ढेर सारे संदेश मिले हैं, जिनमें सभी ने मेरी सेहत को लेकर चिंता जताई और शुभकामनाएं दीं। मैं सभी का आभार व्यक्त करता हूं और एक अपडेट साझा कर रहा हूं।" उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष में माइक्रोग्रैविटी के कारण शरीर में कई बदलाव होते हैं, जैसे तरल का ऊपर की ओर खिंचाव, दिल की धड़कन में बदलाव, संतुलन की क्षमता में फर्क और मांसपेशियों में कमजोरी।


अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ क्वारंटीन

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के अनुसार, शुभांशु शुक्ला और उनके साथ के सभी चार अंतरिक्ष यात्री 23 जुलाई तक क्वारंटीन में रहेंगे। इस दौरान उनकी स्वास्थ्य जांच और पुनर्संयोजन की प्रक्रिया जारी रहेगी।


अंतरिक्ष मिशन की जानकारी

शुभांशु शुक्ला और उनकी टीम 15 जुलाई को न्यूयॉर्क समयानुसार सुबह 5:31 बजे कैलिफोर्निया के तट पर सफलतापूर्वक उतरे। इस मिशन के साथ Axiom Space ने अंतरिक्ष को आम लोगों और देशों तक पहुंचाने की अपनी महत्वाकांक्षा को दर्शाया है।


Falcon 9 रॉकेट से प्रक्षेपण

चार सदस्यीय टीम ने पिछले महीने NASA के फ्लोरिडा स्थित Kennedy Space Center से Falcon 9 रॉकेट द्वारा उड़ान भरी थी। यह Axiom का चौथा मानवयुक्त मिशन था और पहली बार भारत, पोलैंड और हंगरी के यात्री अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचे।


मिशन में शामिल अंतरिक्ष यात्री

इस ऐतिहासिक मिशन में शामिल अंतरिक्ष यात्री हैं: शुभांशु शुक्ला (भारत), पेगी व्हिटसन (अमेरिका) – मिशन कमांडर और Axiom की मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम निदेशक, स्लावोस्ज़ उज़नांस्की-विस्निएव्स्की (पोलैंड), और तिबोर कापू (हंगरी)।