भारतीय वायुसेना प्रमुख का बड़ा खुलासा: ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों को किया गया नष्ट
ऑपरेशन सिंदूर का खुलासा
नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना के प्रमुख, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने शुक्रवार को 'ऑपरेशन सिंदूर' के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान ने भारत से सीजफायर की मांग की थी। यह बयान सरकार के उस दावे को और मजबूती देता है जिसमें कहा गया था कि 10 मई को संघर्ष पाकिस्तान की शांति की मांग पर रुका, न कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हस्तक्षेप से।
वायुसेना प्रमुख ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान केवल आतंकवादी ठिकानों को ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान के F-16 और J-17 लड़ाकू विमानों को भी नष्ट करने की जानकारी दी।
वायुसेना प्रमुख ने बताया कि यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में नागरिकों पर हुए आतंकवादी हमले के जवाब में किया गया था। इस दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाकर नष्ट कर दिया, जिससे पूरी दुनिया ने भारत की शक्ति और सटीकता को देखा।
'हमने लक्ष्य हासिल किया, तब पाक ने मांगा सीजफायर'
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में, आतंकियों को निर्दोष लोगों की हत्या की कीमत चुकानी पड़ी और दुनिया ने देखा कि हमने अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लिया। हमने 300 किलोमीटर के दायरे में लक्ष्यों पर हमला किया, जिसके बाद पाकिस्तान ने सीजफायर की मांग की। उन्होंने भारत के एयर डिफेंस सिस्टम की भी सराहना की, जिसने लगभग 100 घंटे तक चले इस संघर्ष के दौरान पाकिस्तानी मिसाइलों और ड्रोन को सफलतापूर्वक नष्ट किया।
भविष्य के युद्धों के लिए दी चेतावनी
हालांकि, वायुसेना प्रमुख ने भविष्य में होने वाले युद्धों के संदर्भ में एक चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि अगली लड़ाई पिछली लड़ाई से भिन्न होगी। हमें अभी और भविष्य के लिए भी तैयार रहना होगा।
यह बयान पिछले महीने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा दिए गए बयान से मेल खाता है, जिसमें उन्होंने कहा था कि आज के युद्ध बदल गए हैं। अब केवल सैनिकों की संख्या या हथियारों के ढेर से काम नहीं चलेगा। भविष्य के युद्ध साइबर वॉरफेयर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), ड्रोन और सैटेलाइट निगरानी पर आधारित होंगे। किसी भी लड़ाई में जीत के लिए अब सटीक निशाना लगाने वाले हथियार और तात्कालिक खुफिया जानकारी सबसे महत्वपूर्ण हो गई है।