भारतीय व्लॉगर की चीन यात्रा: 15 घंटे की हिरासत का अनुभव
चीन यात्रा पर अनंत मित्तल का अनुभव
भारतीय ट्रैवल व्लॉगर अनंत मित्तल, जिन्हें सोशल मीडिया पर 'On Road Indian' के नाम से जाना जाता है, ने अपनी चीन यात्रा के दौरान एक असामान्य अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि अरुणाचल प्रदेश से संबंधित एक वीडियो के कारण उन्हें ग्वांगझोउ एयरपोर्ट पर लगभग 15 घंटे तक रोके रखा गया। यह घटना 15 दिसंबर को हुई थी, और मित्तल ने इसे मानसिक रूप से अत्यंत थकाने वाला बताया।
इमिग्रेशन प्रक्रिया में रुकावट
अनंत मित्तल ने कहा कि जब इमिग्रेशन प्रक्रिया पूरी हो गई थी, तभी एक अधिकारी ने उनका पासपोर्ट रोक लिया। इसके बाद, वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाया गया और उन्हें एक अलग कमरे में ले जाया गया, जहां पहले से कुछ अन्य विदेशी नागरिक भी मौजूद थे। कई घंटों तक कोई जानकारी न मिलने से उनकी चिंता बढ़ती गई।
वीडियो के कारण हुई परेशानी
लगभग दो घंटे बाद, दो अधिकारियों ने उनसे पूछताछ शुरू की। प्रारंभ में उनका व्यवहार सामान्य था, लेकिन बाद में उनके सामान की तलाशी ली गई। मित्तल के कैमरे, मोबाइल फोन और अन्य उपकरण जब्त कर लिए गए। इस दौरान उन्हें एहसास हुआ कि अरुणाचल प्रदेश से संबंधित उनका वीडियो उनके लिए परेशानी का कारण बन सकता है।
राजनीति से कोई संबंध नहीं
अपने यूट्यूब वीडियो में, मित्तल ने स्पष्ट किया कि उनका किसी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि वे केवल यात्रा और लोगों की कहानियों को साझा करते हैं। पूर्वोत्तर भारत में तीन साल पढ़ाई करने के कारण उनका उस क्षेत्र से भावनात्मक जुड़ाव है, और इसी कारण उन्होंने चिंता व्यक्त की।
हिरासत में भोजन की कमी
मित्तल ने आरोप लगाया कि हिरासत के दौरान उन्हें लंबे समय तक भोजन नहीं दिया गया और भारतीय दूतावास से संपर्क करने की अनुमति भी नहीं मिली। लगभग 29 घंटे बाद उन्हें ग्वांगझोउ एयरपोर्ट लाउंज में भोजन मिला, लेकिन उन्हें देश से निकाले बिना लौटने की अनुमति दे दी गई।
कहानी में नया मोड़
सूत्रों के अनुसार, हिरासत का कारण केवल अरुणाचल प्रदेश से संबंधित टिप्पणी नहीं थी। चीन में भिखारियों और डिजिटल भुगतान पर उनके पुराने वीडियो भी जांच के दायरे में आए हैं। यह मामला हाल ही में अरुणाचल की एक भारतीय महिला के साथ हुए कथित दुर्व्यवहार से भी जुड़कर देखा जा रहा है।